Corruption News: हरिद्वार जिले से भ्रष्टाचार का अजब मामला सामने आया है। यहां एक ग्रामीण से भैंस की खरीदारी के लिये लोन पास करने के नाम पर रिश्वत मांगने वाला बैंक प्रबंधक धर लिया गया। विजिलेंस की टीम ने उसे ग्रामीण से चार हजार रुपये की रकम लेते रंगेहाथों दबोचा। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार हरिद्वार जिले में लक्सर के पीतपुर गांव निवासी एक व्यक्ति ने कुछ समय पहले भ्रष्टाचार संबंधी मामलों की शिकायत दर्ज कराने के लिये जारी टोल फ्री नंबर पर कॉल की थी। ग्रामीण ने शिकायत दर्ज कराते हुये बताया था कि उनकी पत्नी, चचेरे भाई और पड़ोसी ने दीनदयाल योजना के तहत भैंस खरीदने के लिये लोन प्राप्त करने को आवेदन किया था।
तीनों लोगों को एक-एक लाख रुपये के लोन की आवश्यकता थी। इसके लिये उन्होंने जिला सहकारी बैंक हरिद्वार की मगरूबपुर शाखा में आवेदन किया। सहकारी बैंक की यह शाखा बहादराबाद क्षेत्र में है। ग्रामीण ने बताया कि लोन से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेज जमा कराये जाने के बावजूद उनका ऋण स्वीकृत नहीं किया गया।
इसे लेकर जब वे बैंककर्मियों से मिले तो उन्हें अलग-अलग बहाने बनाकर टरकाया जाता रहा। बाद में वे बैंक प्रबंधक संदीप कुमार से मिले तो प्रबंधक ने प्रति लोन 11-11 हजार रुपये की मांग कर डाली। ग्रामीण के अनुसार उनकी पत्नी, चचेरे भाई और पड़ोसी ने इस पर हामी भरी और कुल 33 हजार रुपये रिश्वत देने की बात मान ली।
इसके कुछ ही समय बाद तीनों के खातों में लोन की रकम एक-एक लाख रुपये बैंक की ओर से जमा करा दी गयी। आरोप है कि रकम आने के तत्काल बाद से ही बैंक प्रबंधक तय की गयी घूस की रकम देने का दबाव बनाने लगा। परेशान होकर उन्होंने बैंक प्रबंधक को 19 सितंबर 2023 को 29 हजार रुपये दे दिये।
अगले ही दिन यानी 20 सितंबर को बैंक प्रबंधक ने दोबारा कॉल करना शुरू कर दिया और बकाया चार हजार रुपये की मांग करता रहा। इससे आजिज आकर उन्होंने विजिलेंस से शिकायत की। विजिलेंस ने शिकायत की प्राथमिक जांच की, जिसमें घूस की मांग करने और रकम वसूले जाने की पुष्टि हो गयी।
इसके बाद विजिलेंस टीम देहरादून ने आरोपी बैंक प्रबंधक को ट्रैप करने की तैयारी पूरी की। ग्रामीण से कहा गया कि वह मैनेजर से बात करके शुक्रवार शाम बकाया रकम भुगतान करने की बात कहे। ग्रामीण ने टीम के बताये अनुसार ही बैंक प्रबंधक से बात की और दोनों के बीच शाम को बैंक शाखा के पास ही रकम देना तय हो गया।
ग्रामीण द्वारा जानकारी मिलते ही टीम पहले से तय स्थान पर मुस्तैद हो गयी। शाम को बैंक प्रबंधक ने ग्रामीण को कॉल कर बुला लिया। ग्रामीण बकाया चार हजार की रकम लेकर मौके पर पहुंचा। जैसे ही प्रबंधक ने यह रकम ली, टीम ने उसे दबोच लिया। विजिलेंस टीम उसे गिरफ्तार करने के बाद अपने साथ ले गयी है।
उधर, सतर्कता निदेशक ने रिश्वत की मांग करने वाले बैंक शाखा प्रबंधक को पकड़ने वाली विजिलेंस देहरादून की टीम की सराहना की है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे घूस मांगे जाने पर परेशान होने के बजाय अपनी आवाज विजिलेंस तक पहुंचायें। विजिलेंस टीम शिकायत सही पाये जाने पर उनकी हरसंभव मदद करेगी।
1064 पर दें भ्रष्टाचार की जानकारीः विजिलेंस टीम ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी सरकारी विभाग, संस्थान में काम के बदले रिश्वत मांगे जाने पर वे घबरायें नहीं, बल्कि विजिलेंस को जानकारी दें। विजिलेंस टीम ने अपील की है कि लोग टोल फ्री नंबर 1064 पर घूस मांगने वालों के बारे में जानकारी दें तो टीम उन पर कार्रवाई करेगी।
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