Kotdwar News: कोटद्वार में श्रीसिद्धबली मन्दिर के महन्त और लैंसडौन विधायक दलीप सिंह रावत शुक्रवार को बेहद नाराज नजर आये। विधायक की नाराजगी परिवहन विभाग के एक कर्मचारी पर थी। विधायक ही नहीं, मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला भी इस कर्मचारी पर खासे नाराज थे। दरअसल, इस कर्मचारी ने सिद्धबली मन्दिर मेले के पहले दिन शोभायात्रा में शामिल होने जा रही गाड़ियों को रोक लिया था। इसे लेकर विधायक का गुस्सा उस पर फूट पड़ा। घटना का वीडियो अब वायरल हो गया है।

कोटद्वार में श्रीसिद्धबली मन्दिर का वार्षिक मेला शुक्रवार से आरंभ हुआ। सुबह पिंडी अभिषेक और मन्दिर परिक्रमा के साथ विधिवत पूजन किया गया, जबकि शाम को नगर में शोभायात्रा निकालने की तैयारी थी। शोभायात्रा के लिये इस बार मन्दिर समिति की ओर से हरिद्वार, बिजनौर, मेरठ, एटा तक से झांकियों और कलाकारों को बुलाया गया था।

बताया जा रहा है कि शोभायात्रा के लिये बाहर से झांकियों और कलाकारों को लेकर आ रहे वाहन सुबह से ही मन्दिर पहुंचने लगे थे। लेकिन, कुछ वाहन तय समय तक भी मन्दिर में नहीं पहुंचे। इससे शोभायात्रा की तैयारियों में देरी होने लगी। मन्दिर समिति की ओर से पूछताछ शुरू हुयी तो मालूम हुआ कि शोभायात्रा में आ रहे बाहर के वाहनों को कौड़िया चेकपोस्ट पर परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने रोक लिया है।

बताया जा रहा है कि जानकारी मिलने पर मन्दिर समिति की ओर से अधिकारियों से बातचीत की गयी, लेकिन बात नहीं बनी। इस पर सिद्धबली मेला आयोजन समिति में शामिल मंडी समिति सभापति सुमन कोटनाला कुछ अन्य पदाधिकारियों को लेकर तुरंत कौड़िया चेकपोस्ट पर पहुंच गये। यहां वाहनचालकों ने उन्हें बताया कि उनके शोभायात्रा में जाने की जानकारी देने के बावजूद परिवहन विभागकर्मी उन्हें जाने नहीं दे रहे हैं।

यही नहीं, वाहनचालकों ने यह भी आरोप लगाया कि कर्मचारियों ने वाहनों को जाने देने के एवज में उनसे रकम की मांग की है। आरोप था कि रकम देने से इनकार करने पर वाहनों का चालान भी काट दिया गया है। यह सुनकर कोटनाला की नाराजगी बढ़ गयी। उन्होंने मौके पर मौजूद परिवहन विभागकर्मी से तल्ख शब्दों में वाहनों को छोड़ने के लिये कहा। इसी बीच विधायक दलीप रावत महंत भी मौके पर पहुंच गये और परिवहन विभागकर्मी को बेहद कड़े शब्दों में फटकार लगा दी।

इसी दौरान बड़ी संख्या में लोग भी मौके पर पहुंच गये और परिवहन विभाग की कार्रवाई पर विरोध जताने लगे। हंगामा बढ़ने की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। इस दौरान विधायक और मंडी समिति सभापति ने संबंधित कर्मचारी के खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत और कड़ी कार्रवाई करवाने की चेतावनी दी। बाद में वाहनों को मौके से मन्दिर के लिये रवाना किया गया। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो सका है कि परिवहन विभागकर्मियों ने किन कारणों से शोभायात्रा में जा रहे वाहनों को रोका हुआ था।

वायरल हो गया वीडियो

पूरी घटना का वीडियो वायरल हो गया है। इस वायरल वीडियो में विधायक दलीप रावत गाड़ी से उतरकर उक्त कर्मचारी की ओर बेहद गुस्से में बढ़ते नजर आ रहे हैं। वह उक्त कर्मचारी को थप्पड़ मारने की भी बात कहते हैं। हालांकि, इसके बाद विधायक आगे बढ़ गये और अधिकारियों से वाहन जल्द छोड़ने के लिये कहा।

परेशानी थी तो जानकारी देनी चाहिये थी

विधायक और मंडी समिति सभापति का कहना था कि अगर परिवहन विभाग को शोभायात्रा में जा रहे वाहनों से किसी तरह की कोई परेशानी थी, तो इसके लिये मन्दिर समिति को जानकारी दी जानी चाहिये थी। उनका कहना था कि कर्मचारी की ओर से अगर जानकारी दे दी गयी होती तो इस तरह विवाद खड़ा होने की नौबत ही नहीं आती।

बेवजह विवाद की कोशिश

मंडी समिति सभापति का कहना था कि जिला प्रशासन की ओर से मन्दिर के वार्षिक आयोजन के लिये पूरा सहयोग मिला है। यहां तक कि कोटद्वार में दो दिवसीय अवकाश भी आयोजन के मद्देनजर घोषित किया गया है। इसके बावजूद कुछ कर्मचारी बेवजह आयोजन में विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।

कर्मचारी ने आरोपों से इनकार किया

वायरल वीडियो में संबंधित कर्मचारी वाहनचालकों से रकम मांगने के आरोपों को नकारता हुआ नजर आया है। मंडी समिति सभापति ने जब कहा कि वाहनचालकों ने गाड़ियां छोड़ने के एवज में रकम मांगने की बात कही है तो कर्मचारी का कहना था कि यह आरोप गलत है। उसके स्तर पर ऐसी कोई मांग नहीं की गयी है। इस पर मंडी समिति सभापति ने कहा कि वे वाहनचालकों के आरोपों को लेकर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करवायेंगे।

सोशल मीडिया पर विरोध-समर्थन

हंगामे का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर विरोध और समर्थन में लोग बातें कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि सरकारी कर्मचारी से इस तरह व्यवहार करना गलत है, वहीं कुछ लोगों का यह मानना है कि कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगे हैं। वे वाहनों को रोकने की कार्रवाई को जानबूझकर किया गया कृत्य बताते हुये विधायक की नाराजगी को सही मानते हैं।

देखें वायरल हुआ वीडियो

शोभायात्रा में देरी पर भी कम नहीं हुआ उत्साह

परिवहन विभागकर्मी की कार्रवाई के कारण मन्दिर से निकलने वाली शोभायात्रा भले ही देरी से शुरू हुयी, लेकिन इस देरी के बावजूद नगरवासियों में उत्साह कम नहीं हुआ। देर रात करीब साढ़े नौ बजे शोभायात्रा देवी मन्दिर पर संपन्न हुयी। इस दौरान सिद्धबली मन्दिर से लेकर देवी मन्दिर तक करीब पांच किलोमीटर लंबे रास्ते पर लोग सड़कों के किनारे खड़े होकर शोभायात्रा का इंतजार करते रहे।

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