Police Rescue: सतोपंथ क्षेत्र में ट्रैक करने गये पांच युवा मौसम में बदलाव के बाद आये बर्फीले तूफान में फंस गये। पांचों युवा रास्ता भटक जाने से ग्लेशियर से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। जानकारी मिलने पर पुलिस टीम ने पांचों को तलाश करने के बाद सुरक्षित निकाल लिया है। युवाओं ने उन्हें सुरक्षित ट्रैक से निकाल लेने पर पुलिस टीम का आभार जताया।

चमोली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 18 अक्टूबर को पांच युवा ट्रैकर सतोपंथ की ओर निकले थे। पांचों ने श्रीबद्रीनाथ धाम के बाद माणा गांव पहुंचकर वहां से सतोपंथ के लिये ट्रैकिंग शुरू की थी। उसी दिन देर शाम इन युवाओं ने अपने परिजनों से संपर्क कर बताया था कि वे सभी सुरक्षित हैं और वसुधारा तक पहुंच चुके हैं।

लेकिन इसके बाद उनके बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा था। न तो उन्होंने अपने परिजनों से संपर्क किया था, न ही परिजन उनसे संपर्क कर पा रहे थे। चार दिन बाद भी कोई जानकारी नहीं मिलने पर परिजनों की चिंताएं बढ़ गयी थीं। उन्होंने इन युवाओं के देहरादून निवासी दोस्त दीपक राणा से संपर्क कर जानकारी जुटाने को कहा।

22 अक्टूबर को दीपक राणा ने अपने स्तर पर पांचों की जानकारी जुटाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर उन्होंने चमोली पुलिस से मदद की गुहार लगायी। दीपक ने चमोली पुलिस अधीक्षक को ई-मेल के जरिये मामले की जानकारी दी और युवाओं की अंतिम ज्ञात लोकेशन के बारे में बताकर उनकी तलाश करने का अनुरोध किया।

दीपक ने मेल के जरिये एसपी को बताया कि उनके पांचों दोस्तों के नाम अंकित अग्रवाल पुत्र संजय अग्रवाल निवासी भागीरथीपुरम टिहरी गढ़वाल, देवाशीष डंगवाल पुत्र नारायण डंगवाल निवासी घनसाली टिहरी, शुभम चमोली पुत्र दिनेश चंद्र चमोली निवासी जोगीवाला देहरादून, भरत पुरी पुत्र महानंद पुरी निवासी रानीपुर हरिद्वार और नवनीत उनियाल पुत्र जगदंबा प्रसाद उनियाल निवासी ढालवाला ऋषिकेश हैं।

जानकारी मिलते ही एसपी चमोली रेखा यादव ने बद्रीनाथ पुलिस को तत्काल एक टीम गठित कर युवाओं की तलाश करने के निर्देश दिये। बद्रीनाथ थानाध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद बिजल्वाण ने जानकारी मिलते ही एक टीम बनायी और सतोपंथ ट्रैक पर युवाओं की तलाशी का अभियान शुरू कर दिया। लगातार बदलते मौसम और बर्फबारी के बीच कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस टीम सतोपंथ ट्रैक पर युवाओं को तलाशने में कामयाब रही।

पांचों युवाओं को सुरक्षित बद्रीनाथ थाने पर लाया गया। यहां से उनके परिजनों तक उनके सुरक्षित होने और सकुशल ट्रैक से निकाल लिये जाने की जानकारी दी गयी। इस दौरान पूछताछ में युवाओं ने बताया कि वे ट्रैक पर काफी आगे निकल गये थे। इस दौरान भारी हिमपात के बाद पूरे क्षेत्र में घना कोहरा छा गया था।

इसके चलते वे लोग रास्ता भटक गये और उन्हें वापस जाने का सही रास्ता नहीं मिल पा रहा था। वे लोग चार दिन तक ट्रैक पर इधर-उधर भटकते रहे। इस दौरान युवाओं ने उन्हें सुरक्षित ट्रैक से निकाल लेने पर पुलिस टीम का आभार जताया। एसओ ने अपील की कि जो भी युवा ट्रैक पर निकलते हैं, वे अपने बारे में स्थानीय पुलिस को अवश्य पूरी जानकारी दें, ताकि आपात स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके।

युवाओं को रेस्क्यू करने वाली टीम में थानाध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद बिजल्वाण, अपर उपनिरीक्षक योगेन्द्र सिंह, कांस्टेबल अमित घिल्डियाल, प्रवीण सिंह, विकास जुयाल, मुकेश शामिल रहे। उधर, युवाओं को सुरक्षित निकाल लेने पर एसपी चमोली रेखा यादव ने भी पुलिस टीम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में जिला पुलिस जनता की मदद के लिये हमेशा तत्पर है।

समुद्र तल से 4600 मीटर ऊंचाई पर है सतोपंथ
सतोपंथ में समुद्र तल से 4600 मीटर ऊंचाई पर झील स्थित है। ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के लिये यह ट्रैक बेहद रोमांचकारी होता है। अलकनंदा नदी के किनारे इस ट्रैक पर प्रसिद्ध वसुधारा प्रपात भी पड़ता हैै, जिसकी बड़ी धार्मिक महत्ता मानी जाती है। इसके आगे चक्रतीर्थ और फिर स्वर्गारोहिणी तक यह ट्रैक जाता है।

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