Murder: देहरादून के थानों-रायपुर क्षेत्र में एक दिन पहले युवती का शव मिलने के मामले का खुलासा हो गया है। युवती की हत्या का आरोपी सेना का लेफ्टिनेंट कर्नल निकला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा बरामद कर लिया है।

थानों-रायपुर क्षेत्र के सिरवालगढ़ गांव में रविवार को एक युवती का शव मिला था। युवती के चेहरे और सिर पर चोटों के गहरे निशान थे। मौके से कोई पहचान दस्तावेज नहीं मिला था, वहीं स्थानीय लोगों ने भी युवती के आसपास का नहीं होने की बात कही थी।

इसके बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी। एसएसपी/डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने मामले के खुलासे के लिये चार टीमों का गठन किया था। सिर पर गहरी चोटें होने के कारण शुरुआत से ही यह मामला हत्या कर शव फेंके जाने का माना जा रहा था।

पुलिस टीमों ने जांच के दौरान शनिवार शाम से देर रात तक महाराणा प्रताप चौक से थानों, सिरवालगढ़ की ओर आने-जाने वाले वाहनों की जानकारी जुटायी। कुल 240 वाहनों की जानकारी मिली, जिसमें से 18 की गतिविधियों पर संदेह होने से इनके मालिकों को रडार पर लिया गया।

जांच के दौरान पुलिस ने कार संख्या UK07-DX-5881 के बारे में जानकारी जुटायी। मालूम हुआ कि यह कार रामेन्दु उपाध्याय निवासी पण्डितवाड़ी, प्रेमनगर की है। पता चला कि इस कार ने थानों चौक से महाराणा प्रताप चौक तक कि दूरी तय करने में 42 मिनट अतिरिक्त समय लिया था।

इस पर पुलिस टीम रामेन्दु से पूछताछ करने पण्डितवाड़ी पहुंची तो मामले की परतें उघड़कर सामने आ गयीं। पूछताछ में पता चला कि रामेन्दु उपाध्याय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल है और वर्तमान में देहरादून के ही क्लेमेंटटाउन में तैनात है। पण्डितवाड़ी में उसकी पत्नी और परिवार रहता है।

पुलिस को पता चला कि जिस युवती का शव सिरवालगढ़ में मिला था, उसका नाम श्रेया था। श्रेया मूलतः नेपाल के तिनहु, चिसापानी की रहने वाली थी। वह लंबे समय से रामेन्दु के सम्पर्क में थी और दोनों लिव इन में रह रहे थे। रामेन्दु ने इसके लिये क्लेमेंटटाउन में फ्लैट किराए पर लिया था।

पुलिस के अनुसार रामेन्दु हर रोज श्रेया से मिलने फ्लैट पर जाता था। इसकी भनक उसकी पत्नी को लग गयी थी। इसे लेकर दोनों में झगड़ा भी हुआ। वहीं, श्रेया अब रामेन्दु पर विवाह का दबाव बनाने लगी थी। कुछ दिन पहले रामेन्दु की पत्नी भी फ्लैट पर पहुंच गयी, जहां श्रेया से उनका विवाद हो गया था।

पुलिस ने बताया कि श्रेया के दबाव और घर में लगातार झगड़े के बाद उसने श्रेया को ठिकाने लगाने की सोच ली। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा सिरवालगढ़ के जंगल से बरामद किया गया। गाड़ी से श्रेया की आईडी, आरोपी के खून से सने कपड़े आदि बरामद हुये।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी/डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने महज 24 घण्टे में ही हत्या का खुलासा करने वाली टीम की सराहना की। उन्होंने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है।

सिलीगुड़ी में हुयी मुलाकात: पुलिस के अनुसार रामेन्दु ने बताया कि उसकी मुलाकात श्रेया से सिलिगुड़ी के एक बार में हुयी थी। तब वह वहीं तैनात था। दोनों का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। उसके ट्रांसफर होकर देहरादून आने के बाद श्रेया भी उससे मिलने देहरादून आने लगी।

होटल में रखा, फिर फ्लैट दिलाया: पुलिस के अनुसार रामेन्दु शुरुआत में श्रेया को देहरादून आने पर होटल में ठहराता था। बाद में जब उसने यहीं रहने को कहा तो क्लेमेंटटाउन में फ्लैट ले लिया। बताया कि वही श्रेया के खर्चे उठा रहा था।

लांग ड्राइव के बहाने ले गया: आरोपी ने पुलिस को बताया कि शनिवार को वह श्रेया को पार्टी के लिये राजपुर रोड के एक बार ले गया। वहां उसे जमकर शराब पिलाने के बाद वह उसे लांग ड्राइव पर ले जाने की बात कहकर सिरवालगढ़ की ओर ले गया था।

गाड़ी में छिपा रखा था हथौड़ा: पुलिस के अनुसार रामेन्दु श्रेया की हत्या का मौका तलाश रहा था। थानों चौक से आगे सिरवालगढ़ की ओर सुनसान रोड पर आते ही उसने पहले से छिपाकर रखे हथौड़े से उसके सिर पर वार कर दिये। नशे में होने से श्रेया विरोध नहीं कर सकी। इसके बाद वह उसे फेंककर भाग निकला।

बंद कर दिया था फोन: पुलिस के अनुसार आरोपी को मालूम था कि पुलिस जांच में क्षेत्र में चले मोबाइल का पता लगायेगी। इसे देखते हुये उसने शनिवार रात घटनास्थल तक जाने से पहले ही फोन बंद कर दिया था। लेकिन, चौराहों पर लगे कैमरों की नजर से उसकी कार नहीं बच सकी।

पत्नी को बताता, श्रेया लौट गयी: पुलिस पूछताछ में आरोपी रामेन्दु ने यह भी बताया कि वह अपनी पत्नी से कहने वाला था कि उसने श्रेया को खुद से दूर कर दिया है। वह कहने वाला था कि श्रेया वापस सिलीगुड़ी चली गयी है और अब देहरादून नहीं आयेगी। हालांकि, इससे पहले ही वह धरा गया।

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