Nainital News: नैनीताल के चार्ल्टन लॉज में पहाड़ी दरकने के बाद एक मकान ढह गया। गनीमत रही कि हादसे के वक्त इस मकान में कोई मौजूद नहीं था, इससे जानमाल का कोई नुकसाान नहीं हुआ है। लेकिन इस घटना के बाद चार्टन लॉज क्षेत्र के अन्य मकानों पर भी खतरा बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में अतिक्रमण ढहाने के लिये जेसीबी और अन्य मशीनों के इस्तेमाल की वजह से यह हादसा हुआ है।
नैनीताल के मल्लीताल में बीडी पांडे अस्पताल के पास से अतिक्रमण हटाने का अभियान करीब एक सप्ताह से चल रहा है। यहां अतिक्रमण की जद में आये भवनों में रह रहे लोगों को पहले ही हटा लिया गया था। इसके बाद प्रारंभ में मजदूरों को लगाकर ध्वस्तीकरण शुरू किया गया, लेकिन इसमें लंबा वक्त लगने की आशंका के चलते मशीनरी के इस्तेमाल का निर्णय लिया गया।
मौके पर प्रशासन की ओर से तीन जेसीबी और एक ड्रिलर मशीन लगायी गयी है। इसके बाद से यहां ध्वस्तीकरण के काम में तेजी आयी है। बीते दिनों में कुछ निर्माण ध्वस्त किये जा चुके हैं। लेकिन, लोगों का कहना है कि भारी मशीनरी के उपयोग से पूरी पहाड़ी कांप रही है। जमीन में हो रहे इस कंपन से उन भवनों पर भी खतरा बढ़ गया है, जो अतिक्रमण के दायरे में नहीं आ रहे हैं।
लोगों की यह आशंका शनिवार को उस समय सही साबित हुयी, जब दोपहर में चार्ल्टन लॉज में पहाड़ी का एक हिस्सा दरक गया। इससे यहां बना एक मकान पूरी तरह पलटकर गिर गया। यह भवन पहले ही खाली करवाया जा चुका था। लेकिन, अब पहाड़ी के दरकने से यहां दूसरे भवनों और इस क्षेत्र के नीचे के इलाके में बने भवनों पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
सुरक्षा दीवार ढहने से धंस रही जमीनः मकान के ढहने से पहले शनिवार तड़के इसी क्षेत्र में 28 साल पहले बनी सुरक्षा दीवार भी ढह गयी। लोगों का कहना है कि मशीनों के कंपन की वजह से ही यह दीवार ढही है। दीवार ढहने के बाद यहां जमीन धंसने लगी है। इसे लेकर उन लोगों में दहशत का माहौल है, जो अतिक्रमण के दायरे से बाहर हैं।
कई घरों पर आ चुकी हैं दरारेंः लोगों का कहना है कि बीडी पांडे अस्पताल के आसपास के क्षेत्रों में बने कई भवनों में बीते कुछ दिनों से गहरी दरारें आ चुकी हैं। उन्होंने अतिक्रमण ध्वस्तीकरण अभियान में भारी मशीनरी के बजाय मजदूरों से पारंपरिक तरीके से ध्वस्तीकरण करवाने की मांग उठायी है।
बारिश के बाद और बढ़ी मुसीबतः पहले ही कांपती धरती और दरारों से परेशान लोगों के लिये मौसम भी मुसीबत का सबब बना हुआ है। क्षेत्र में बारिश के बाद से लगातार रह-रहकर भूस्खलन हो रहा है। उधर, मौके पर पुलिसकर्मी बने हुये हैं और आपात स्थिति से निपटने के लिये सभी तैयारियां पूरी होने की जानकारी दी जा रही है।
2014 में अदालत ने दिया था आदेशः नैनीताल के बीडी पांडे जिला अस्पताल में अतिक्रमण कर बनाये गये भवनों को लेकर हाईकोर्ट ने वर्ष 2014 में पहला आदेश दिया था। इस आदेश में अतिक्रमण हटाने के लिये कहा गया था, लेकिन कुछ दिन कार्रवाई के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। कुछ समय पूर्व अदालत ने दोबारा डाली गयी एक याचिका पर सुनवाई करते हुये पिछले आदेश के पूर्ण पालन के आदेश दिये। इसके बाद यहां अभियान शुरू किया गया है।
40 से अधिक हैं अतिक्रमणकारीः बीडी पांडे जिला अस्पताल की जमीन पर 40 से अधिक अतिक्रमणकारी बसे हुये हैं। अदालत के आदेश के बाद प्रशासन की ओर से इन्हें चिह्नित किया गया और भवन खाली करने के नोटिस जारी किये गये। भवनों के खाली होने की प्रक्रिया पूरी होते ही प्रशासन ने ध्वस्तीकरण का काम शुरू कर दिया है।