Sahastratal Rescue Update: उत्तराखंड के सहस्त्रताल ट्रेक पर लापता, चार ट्रेकर्स की जान बचायी नहीं जा सकी। तलाश में निकली राहत बचाव टीमों को, चारों के शव बरामद हुये हैं। इसके बाद, हादसे में मरने वालों की संख्या नौ हो गयी है। चारों शव सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से उत्तरकाशी लाये गये हैं। वहीं, रेस्क्यू किये गये ट्रेकर देहरादून-उत्तरकाशी में सुरक्षित हैं। उनकी स्वास्थ्य जांचें की जा रही हैं।
उत्तरकाशी और टिहरी जिलों की सीमा पर स्थित, सहस्त्रताल झील ट्रेक पर, 22 सदस्यीय दल 29 मई को ट्रेकिंग के लिये निकला था। चार जून को दल, सहस्त्रताल के नजदीक पहुंच गया था। लेकिन, इसी दौरान मौसम अचानक बिगड़ गया और बर्फीले तूफान में ट्रेकर फंसकर रास्ता भटक गये।
दल के लिये ट्रेकिंग करवाने वाली उत्तरकाशी के मनेरी स्थित, ट्रेकिंग एजेंसी ने इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी। बताया था, कि दल में शामिल चार सदस्य की जान जा चुकी है। इसके बाद, दो दिन पहले, जिला प्रशासन ने, उत्तरकाशी-टिहरी पुलिस, एसडीआरएफ, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, आईटीबीपी और वायुसेना से मिलकर राहत बचाव अभियान आरंभ कर दिया था।
बुधवार को चार राहत बचाव टीमें, अलग-अलग रास्तों से सहस्त्रताल के लिये रवाना की गयीं। एसडीआरएफ ने देहरादून से दो निजी हेलीकॉप्टरों से और सेना ने उत्तरकाशी से दो चीता हेलीकॉप्टरों से अभियान शुरू किया। बुधवार शाम तक, घटनास्थल से 11 ट्रेकर्स को हेली रेस्क्यू कर लिया गया था। इनमें से आठ को देहरादून ले जाया गया, जबकि तीन को उत्तरकाशी में रखा गया।
दो अन्य ट्रेकर खुद ही, बेस कैंप पर सुरक्षित पहुंच गये थे। उन्हें वहां से पहले नजदीकी सड़क से जुड़े गांव सिल्ला और फिर देर रात तक उत्तरकाशी लाया गया। अभियान के दौरान, पता चला कि दल के एक और सदस्य की भी जान चली गयी है। पांचों शवों को भी सेना के हेलीकॉप्टरों से उत्तरकाशी के नटीण हेलीपैड पर लाया गया।
चार अन्य ट्रेकर लापता थे, उनकी तलाश में जमीनी टीमें लगी हुयी थीं। इस बीच, मौसम खराब हो जाने के कारण, हेली रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा था। बृहस्पतिवार की सुबह, एक बार फिर हेलीकॉप्टरों को सहस्त्रताल क्षेत्र के लिये रवाना किया गया। लेकिन, तब तक चारों लापता ट्रेकर्स की भी जा चुकी थी।
दोपहर में, इन चारों के शवों को भी उत्तरकाशी लाया गया। इसके बाद, इस हादसे में मरने वाले ट्रेकर्स की संख्या नौ हो चुकी है। दल के बाकी 13 सदस्य सुरक्षित हैं। इनमें से आठ देहरादून में हैं, जबकि पांच उत्तरकाशी में हैं। उत्तरकाशी जिला अस्पताल में इनकी जांच की जा रही हैं। सभी की हालत सामान्य बतायी गयी है।
सीएम धामी ने घटना पर जताया गहरा शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने, जिला प्रशासन और आपदा राहत से जुड़े अधिकारियों से, घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। इस दौरान नौ ट्रेकर्स की मौत की जानकारी पर, सीएम धामी ने गहरा शोक जताया है। सीएम ने लिखा- सहस्त्रताल ट्रैक पर मौसम बिगड़ने से हुए हादसे में 9 ट्रेकर्स की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है।
एक्स पर अपने ट्वीट में, सीएम ने लिखा है, ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
सहस्त्रताल ट्रैक पर मौसम बिगड़ने से हुए हादसे में 9 ट्रैकर्स की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। प्रशासन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन करके 13 ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है एवं अन्य लोगों के बचाव के लिए SDRF, जिला प्रशासन और वायु सेना के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा…
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) June 6, 2024
दूसरे दिन, इन चार ट्रेकर्स के शव बरामद किये गये
सहस्त्रताल ट्रेक पर राहत बचाव अभियान के दूसरे दिन, चार शव बरामद किये गये हैं। पांच शव एक दिन पहले, बुधवार को बरामद किये गये थे। जानकारी के अनुसार, बृहस्पतिवार को पद्मनाभ कुंडापुर कृष्णमूर्ति (50), वेंकटेश प्रसाद (53), अनीता रंगप्पा (60) और पद्मिनी हेगड़े (34) के शव बरामद किये गये हैं।
दल में शामिल सभी लोग बेंगलुरू के रहने वाले
सहस्त्रताल ट्रेक पर ट्रेकिंग के लिये निकले, सभी 22 सदस्य, कर्नाटक के बेंगलुरू के रहने वाले हैं। इनमें से कई का पता, एकसमान होने के कारण, अनुमान लगाया जा रहा है, कि ये सभी परिजन और रिश्तेदार हैं। जिला प्रशासन की ओर से, रेस्क्यू किये गये ट्रेकर्स और शवों को कर्नाटक भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।