Sushil Kumar Modi Death: भाजपा के वरिष्ठ नेता, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और सांसद सुशील कुमार मोदी का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में पिछले कुछ महीने से उनका इलाज चल रहा था। मोदी के निधन पर, प्रधानमंत्री, भाजपा अध्यक्ष, गृहमंत्री समेत विभिन्न नेताओं ने गहरा शोक जताया है।
72 वर्षीय सुशील कुमार मोदी, करीब सात महीने से घातक बीमारी से जूझ रहे थे। गले के कैंसर से पीड़ित होने के बाद, उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था। सोमवार रात उन्होंने एम्स में ही अंतिम सांस ली। सुशील कुमार मोदी के निधन से बिहार से लेकर दिल्ली तक, भाजपा में शोक का माहौल है।
पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे… pic.twitter.com/160Bfbt72n
— Narendra Modi (@narendramodi) May 13, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा है, पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा है, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुशील मोदी जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। विद्यार्थी परिषद से लेकर अभी तक हमने साथ में संगठन के लिए लंबे समय तक काम किया। बिहार को जंगलराज से बाहर निकालने में उनका प्रयास बहुत मददगार रहा है। उनका ना होना असंख्य कार्यकताओं के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुशील मोदी जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है।
विद्यार्थी परिषद से लेकर अभी तक हमने साथ में संगठन के लिए लंबे समय तक काम किया। सुशील मोदी जी का पूरा जीवन बिहार के लिये समर्पित रहा। बिहार को जंगलराज से बाहर…
— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) May 13, 2024
तीन अप्रैल को दी थी बीमारी की जानकारी
सुशील कुमार मोदी ने एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल से तीन अप्रैल को आखिरी ट्वीट किया था। इस ट्वीट में उन्होंने अपनी बीमारी की जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा- पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूँ । अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा। पीएम को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।
बिहार में वर्षों तक भाजपा का चेहरा रहे मोदी
34 साल से अधिक के राजनीतिक जीवन में सुशील कुमार मोदी, बिहार में वर्षों तक भाजपा का चेहरा बने रहे। बिहार में लालू प्रसाद यादव के लंबे मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान, जब दूसरे राजनीतिक दलों के लिये खास अवसर नहीं थे, तब भी मोदी को राज्य में भाजपा और आनुषंगिक संगठनों को बचाकर, बनाये रखने का श्रेय दिया जाता रहा है। उन्होंने बिहार में नेता विपक्ष, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी लंबे समय तक संभाली।
पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूँ । अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है । लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा ।
PM को सब कुछ बता दिया है ।
देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित |— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) April 3, 2024
विधानसभा से राज्यसभा तक हर सदन में रहे मोदी
सुशील कुमार मोदी, देश के उन तीन नेताओं में शामिल थे, जिन्हें देश के चारों सदनों मंें रहने का अवसर मिला। वह बिहार में विधानसभा के विधायक चुने गये, तो विधान परिषद के सदस्य भी बने। इसी तरह उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी जीता, तो राज्यसभा में भी सदस्य रहे। सुशील मोदी के अलावा रामविलास पासवान और लालू प्रसाद यादव ही ऐसे नेता रहे हैं।
बिहार में जेपी आंदोलन की त्रिमूर्ति में एक थे मोदी
सुशील कुमार मोदी छात्र जीवन के दौरान, जेपी आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे थे। इस आंदोलन के बाद छात्र राजनीति से बिहार की राजनीति में उभरकर आये तीन बड़े नेताओं में वह एक थे। ये तीन नेता सुशील कुमार मोदी, बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और वर्तमान सीएम नीतीश कुमार हैं। इन तीनों केा बिहार में जेपी आंदोलन की त्रिमूर्ति के तौर पर भी पुकारा जाता रहा है।
हमारे वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी जी के निधन की सूचना से आहत हूँ। आज बिहार ने राजनीति के एक महान पुरोधा को हमेशा के लिए खो दिया। ABVP से भाजपा तक सुशील जी ने संगठन व सरकार में कई महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया। उनकी राजनीति गरीबों व पिछड़ों के हितों के लिए समर्पित रही। उनके…
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) May 13, 2024
लालू को जेल पहुंचाने में रही सबसे बड़ी भूमिका
बिहार के चर्चित चारा घोटाले में, तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को जेल जाना पड़ा था। इस घोटाले को खोलने और लालू को सजा दिलवाने में सुशील कुमार मोदी की सबसे बड़ी भूमिका थी। सुशील मोदी ही वह नेता थे, जिन्होंने सबसे पहले वर्ष 1996 में इस घोटाले के संबंध में जनहित याचिका दायर की थी। बाद में सीबीआई जांच में घोटाले की परतें खुलकर सामने आयीं और लालू को सजा भी सुनायी गयी।
सुशील कुमार मोदी की राजनीतिक यात्रा
वर्ष 1990 में सुशील कुमार मोदी पहली बार विधायक चुने गये थे। इसके बाद उनका सियासी कद बढ़ता चला गया। 2004 में पहली बार, वह भागलपुर संसदीय सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। 2005 में, संसद से इस्तीफा देकर वह बिहार लौटे और उपमुख्यमंत्री बनाये गये। 2005 से 2013 और फिर 2017 से 2020 तक मोदी, बिहार के वित्त मंत्री का पद भी संभालते रहे।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता, श्री सुशील कुमार मोदी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। उनका लम्बा सार्वजनिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा और गरीब कल्याण के प्रति समर्पित था। उन्होंने बिहार में पार्टी को मज़बूत और लोकप्रिय बनाने के लिए काफ़ी परिश्रम किया।…
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) May 13, 2024
मोदी को फिर साथ चाहते थे नीतीश कुमार
वर्ष 2020 में भाजपा और जदयू के गठबंधन के बाद, बिहार में फिर नीतीश कुमार की सरकार का गठन हुआ। बताया जाता है कि, बिहार के उपमुख्यमंत्री पद के लिये नीतीश कुमार की पहली पसंद, सुशील कुमार मोदी ही थे। हालांकि, भाजपा ने सुशील कुमार मोदी को राज्यसभा भेज दिया। पिछले महीने, अप्रैल में ही मोदी का राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल पूरा हुआ था।
वाराणसी में पीएम मोदी का नामांकन आज