UK Investor Summit: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत उद्यमियों-उद्योगपतियों और निवेशकों से मुलाकात के सिलसिले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लंदन पहुंच गये हैं। लंदन में सीएम धामी वहां रह रहे उत्तराखंडियों, प्रवासी भारतीयों और अन्य निवेशकों के साथ राज्य में निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे। सीएम के इस दौरे से उत्तराखंड में निवेश बढ़ने की उम्मीदें हैं।
उत्तराखंड में आठ-नौ दिसंबर को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन होना है। इसके लिये राज्य सरकार तैयारियों में जुट गयी है। बीते दिनों दिल्ली में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देश के कई उद्यमियों और निवेशकों के साथ मुलाकात की और उन्हें उत्तराखंड में निवेश करने का न्योता दिया। अब सीएम धामी ने विदेश से भी प्रवासी भारतीयों, वहां रह रहे उत्तराखंडियों और अन्य विदेशी निवेशकों से मुलाकात आरंभ की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को लंदन पहुंच गये। वहां प्रवासी भारतीयों एवं लंदन में रह रहे उत्तराखंडियों ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। बाद में स्वागत समारोह कार्यक्रम में राज्य के प्रवासियों ने गढ़वाली, कुमाऊँनी, जौनसारी लोकगीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियां देकर विदेशी धरती पर उत्तराखंड की संस्कृति का रंग जमा दिया। इस दौरान समस्त प्रवासी उत्तराखंड के पारंपरिक परिधानों में नज़र आए।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लंदन में रह रहे समस्त प्रवासी उत्तराखंडियों का आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “यह मेरा सौभाग्य है कि उत्तराखण्ड के मुख्य सेवक के रूप में मुझे इन्वेस्टर समिट की बैठक में शामिल होने के लिए लंदन आने का अवसर प्राप्त हुआ।” उन्होंने कहा लंदन में उत्तराखण्ड के लोगों की इतनी बड़ी भारी संख्या में उपस्थित देखकर यह प्रतीत हो रहा है कि यूके में भी उत्तराखंड का छोटा यूके बसता है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि होने के साथ ही योग, आध्यात्मिक की भी भूमि है। इसके साथ ही उत्तराखंड देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है । उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारी जड़े उत्तराखंड से जुड़ी हुई है। मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंडियों से अपील की कि वे वर्ष में एक बार अपने प्रदेश उत्तराखंड अवश्य आयें।
इस दौरान सीएम धामी ने प्रवासी लोगों को उत्तराखंड सरकार की ओर से किये जा रहे विकास कार्यों और निवेश बढ़ाने की कोशिशों के बारे में भी जानकारी दी। कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का लक्ष्य उत्तराखंड को सतत विकास की राह पर तेज गति से बढ़ाने के साथ ही राज्य के युवाओं को शिक्षा, रोजगार और आय के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड खुद को तेजी से एक उभरती अर्थव्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में पांच हजार से अधिक देसी-विदेशी निवेशकों के पहुंचने की उम्मीद है। बताया कि समिट के दौरान राज्य सरकार विभिन्न निवेशकों, कॉरपोरेट्स, सरकारी विभागों-संस्थानों के साथ पार्टनरशिप कार्यक्रमों को भी आरंभ करेगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने आज दुनियाभर में भारत का मान-सम्मान बढ़ाया है। कहा कि आज विदेशों में भी एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत विश्वगुरु बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है हाल में ही चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण और चंद्रमा पर सेफ लैंडिंग इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।
इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री डॉ आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, स्थानीय आयुक्त अजय मिश्रा समेत समेत बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के निवासी एवं प्रवासी भारतीय मौजूद रहे।
निवेशकों को मिलेंगी ये सुविधाएंः सीएम धामी ने बताया कि उत्तराखंड में निवेश करने वाले निवेशकों को सिंगल पॉइंट क्लियरेंस, सस्ती जमीनें, सस्ती बिजली, उच्च प्रशिक्षित एवं कुशल कार्मिक, बेहतर कानून-व्यवस्था, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से नजदीकी जैसी सुविधाएं मिलती हैं। यही वजह है कि निवेशकों के लिये उत्तराखंड एक बेहतरीन निवेश स्थान के तौर पर उभरा है।
लंदन में सीएम का चारदिवसीय कार्यक्रमः सीएम धामी सोमवार को लंदन पहुंचे हैं। मंगलवार से गुरुवार यानी 26 से 28 सितंबर तक सीएम लंदन में रहेंगे। यहां वे प्रवासी भारतीयों समेत लंदन के उद्यमियों से मुलाकात कर उन्हें उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी देंगे। उन्हें राज्य में उपलब्ध संसाधनों की जानकारी देने के साथ निवेश के लिये भी प्रेरित करेंगे।
अक्टूबर में सिंगापुर, ताईवान और दुबई जायेंगेः सीएम पुष्कर सिंह धामी इन्वेस्टर समिट के संबंध में अगले महीने यानी अक्टूबर में भी विदेश दौरों पर रहेंगे। सीएम आठ-नौ अक्टूबर को सिंगापुर और ताईवान पहुंचेंगे। इसके बाद 17 और 18 अक्टूबर को वह दुबई जाने वाले हैं। सभी जगह वे प्रवासी भारतीयों, वहां रह रहे उत्तराखंडियों से मुलाकात कर उन्हें समिट में पहुंचने और निवेश करने का न्योता देंगे।
दिल्ली से चेन्नई तक होंगे कार्यक्रमः राज्य सरकार की ओर से दिल्ली से चेन्नई तक समिट के प्रचार-प्रसार के लिये कार्यक्रम होंगे। चार अक्टूबर को दिल्ली में समिट की तैयारियों को लेकर रोड शो करेंगे। इसके अलावा 26 अक्टूबर को चेन्नई, 28 अक्टूबर को बेंगलुरू, 31 अक्टूबर को हैदराबाद दो नवंबर को अहमदाबाद, तीन और चार नवंबर को मुंबई में रोड शो किये जायेंगे।
एक से नौ नवंबर तक जिलास्तरीय समिटः एक से नौ नवंबर तक उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा। इनमें हर जिले में निवेश की संभावनाओं के अवसर तलाशे जायेंगे। उद्यमियों और निवेशकों से बातचीत के दौरान निवेश के तरीकों में जरूरी सुधार पर चर्चा होगी। इनसे सामने आने वाले बिंदुओं को ग्लोबल समिट में भी शामिल किया जायेगा।
14 सितंबर को हुआ था कर्टेन रेजरः सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 14 सितंबर को दिल्ली में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का कर्टेन रेजर किया था। इस दौरान भी सीएम ने कई बड़े उद्यमियों, निवेशकों से मुलाकात की थी और उन्हें राज्य सरकार के लक्ष्य के बारे मंें जानकारी दी थी। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिये अब 73 दिन बाकी रह गये हैं।
पीएम मोदी करेंगे समिट का उद्घाटनः राज्य सरकार की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार 08 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट उत्तराखंड का उद्घाटन करेंगे। उनके साथ प्रमुख केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान अलग-अलग सेक्टर में निवेश के लिये निवेशकों की अलग-अलग बैठकें आयोजित की जायेंगी।
समिट में इन सेक्टरों पर फोकसः ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिये राज्य सरकार ने 12 प्रमुख सेक्टर तय किये हैं। निवेशकों को इन सेक्टरों में निवेश के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। जानकारी के अनुसार ये सेक्टर हैं- उद्योग, पर्यटन, बिजली परियोजनाएं, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आयुष, चिकित्सा सेवाएं, लॉजिस्टिक, कृषि एवं औद्यानिकी, आईटी और स्टार्टअप, नागरिक उड्डयन सेवाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर, आवासीय सुविधाएं।