Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड में तमाम कोशिशों के बावजूद, जंगलों में आग की घटनाएं थम नहीं रही हैं। हालात यह हैं कि पिछले कुछ दिनों के भीतर ही, राज्य में 1320 हेक्टेअर वन संपदा राख हो चुकी है। जंगलों की आग से पांच लोगों की जान जा चुकी है, जबकि चार घायल हुये हैं। ऐसे में वन विभाग पर उठते सवालों के बीच, 10 वनकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

उत्तराखंड में मौसम पिछले कई दिनों से जंगलों में आग की घटनाएं जारी हैं। इस फायर सीजन में अब तक 1000 वनाग्नि की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। लगातार आग बुझाने का अभियान चलने के बाद भी, पूरी तरह रोकथाम नहीं हो पा रही है। इस पर अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रवैया अपनाया है।

बुधवार को देहरादून स्थित सचिवालय में वनाग्नि पर समीक्षा बैठक के दौरान, लापरवाही बरतने में 17 वन कार्मिकों पर, अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है। दस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, पांच अन्य को अटैच किया गया है, जबकि दो को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

बैठक के दौरान, सीएम धामी ने बीते दिनों हल्द्वानी में वनाग्नि नियंत्रण को लेकर दिये निर्देशों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वन विभाग एवं स्थानीय लोगों के सहयोग से काफ़ी हद तक वनाग्नि पर काबू पाया जा चुका है। कहा कि जल्द ही हम जंगल की आग को पूरी तरह बुझाने में कामयाब होंगे।

सीएम ने निर्देश दिये कि फायर स्टेशनों पर तैनात कर्मी वनाग्नि की सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करें। इसके साथ ही, आग की सूचना तुरंत डीएफओ, सीसीएफ और पीसीसीएफ कार्यालयों को दी जाये। उन्होंने विभागीय कर्मियों के बीच मजबूत व्यवस्था बनाने के लिये अधिकारियों को भी निर्देश दिये।

सीएम धामी ने बैठक के दौरान मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुये, कम से कम समय में राहत-बचाव कार्य शुरू करने की मजबूत व्यवस्था बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि मानसूून के शुरू होने से पहले ही सभी प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली एवं पानी की आपूर्ति तथा, आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों के लिए खाद्य सामग्री, दवाओं एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करें।

चारधाम यात्रा को सुगम एवं सुरक्षित करने के तहत अधिकारियों को यात्रा की साप्ताहिक समीक्षा करने के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए। चारधाम यात्रा मार्गों पर प्लास्टिक एवं अपशिष्ट प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था की जाएगी जिससे यहां आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश लेकर जाएगा।

पिरूल लाओ, इनाम पाओ योजना शुरू होगी

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि राज्य में पिरूल लाओ, इनाम पाओ योजना शुरू की गयी है। इसके तहत गांवों में महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों को पिरूल एकत्रित करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। पिरूल को राज्य सरकार 50 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदेगी। यह योजना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की निगरानी में चलेगी।

रुद्रप्रयाग में सीएम ने एकत्र किया पिरूल

बैठक के बाद चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने रुद्रप्रयाग पहुंचे सीएम धामी ने जंगल में बिखरी हुई पिरूल की पत्तियों को एकत्र किया। उन्होंने कहा कि पिरूल खरीद के लिये पिरूल कलेक्शन सेंटर बनाये जा रहे हैं। पिरूल खरीद के लिये राज्य सरकार 50 करोड़ रुपये
का फंड रख रही है।

प्रदेशभर में 388 मुकदमे दर्ज, 64 की गिरफ्तारी

वनाग्नि की घटनाओं में आग लगाने के आरोपी 64 लोगों को अब तक पूरे प्रदेश में गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, अलग-अलग जिलों में अब तक कुल 388 मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से, जंगलों में आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं।

पौड़ी में एयरफोर्स ने संभाली है कमान

पौड़ी जिले में वायुसेना ने आग बुझाने के अभियान की कमान संभाली हुयी है। मंगलवार से जिले में वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर जलते जंगलों पर पानी की बौछारें कर रहा है। बुधवार को भी वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने श्रीनगर बांध से पानी भरने के बाद अदवाणी के जंगल में बौछार की। वायुसेना के अभियान के बाद, जमीन पर वनकर्मियों को आग बुझाने में खासी मदद मिली है।

चारधाम यात्रा की तैयारियों का लिया जायजा

सचिवालय में बैठक के बाद सीएम धामी दोपहर में रुद्रप्रयाग पहुंचे। वहां उन्होंने चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के साथ, जिला स्तरीय एवं यात्रा नोडल अधिकारियों संग बैठक कर जरूरी निर्देश दिये। यहां सीएम ने केदारनाथ यात्रा निर्देशिका का विमोचन किया। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सहायता के लिए चयनित यात्रा (धर्म) मित्रों को ट्रैक सूट भी प्रदान किये गये।

इसके अलावा सीएम धामी ने जिला मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रुम का निरीक्षण किया और यात्रा मार्ग पर लगे कैमरों की लाइव फुटेज भी देखीं। अधिकारियों को श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मार्गों पर भी बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराने के साथ ही, कपाट खुलने के दिन व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिये।

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