Uttarakhand Roads Update: दो दिन की बारिश के बाद उत्तराखंड में सड़कें फिर बंद होने लगी हैं। सोमवार को सिर्फ एक दिन में 71 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। इसके साथ ही बंद सड़कों की कुल संख्या 180 हो गयी। उधर, पिथौरागढ़ में काली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
उत्तराखंड में कुछ दिन सामान्य रहने के बाद शनिवार-रविवार को फिर बादल जमकर बरसे। इस दौरान शनिवार तक राज्यभर में 97 सड़कें बंद थीं, जिनकी संख्या रविवार को बढ़कर 109 हो गयी। वहीं, सोमवार को बंद सड़कों की संख्या बढ़कर 180 हो गयी।
बंद हुयी सड़कों में 09 स्टेट हाईवे, 86 ग्रामीण सड़कें (सिविल) और 78 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कें हैं। इन सड़कों को खुलवाने के लिये लोक निर्माण विभाग की ओर से कुल 172 जेसीबी लगवायी गयी हैं। कई जगह लगातार मलबा गिरने से सड़क खोलने में दिक्कतें आ रही हैं।
पिथौरागढ़ जिले में पिथौरागढ़-तवाघाट मोटरमार्ग, तवाघाट-घटियाबगड़ मोटरमार्ग, घटियाबगड़-सोबला मोटरमार्ग, घटियाबगड़-जिप्ती मोटरमार्ग, सोबला-दर तिदांग मोटर मार्ग और ऐलागाड़- जुम्मा मोटरमार्ग बन्द हैं। चम्पावत-टनकपुर मार्ग खोला जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि उक्त सड़क मार्गों को खुलवाने का कार्य जारी है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे वर्षा काल के दौरान अनावश्यक यात्रा नहीं करें, सुरक्षित स्थानों पर बने रहें।
उधर, पिथौरागढ़ में लगातार वर्षा के बाद काली नदी का जलस्तर 889 मीटर से 889.40 मीटर पर पहुँच गया। जल स्तर के खतरे के निशान से ऊपर जाने पर नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में खतरे की आशंका बढ़ गयी है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि काली/ गोरी नदी के किनारे वाले क्षेत्रों मे आवागमन नहीं करें। नदी, नालों, रोखड़ों के आस-पास स्वयं भी न जाएं तथा अपने बच्चों व पालतू जानवरों को भी न जाने दें, सुरक्षित स्थानों पर बने रहें। यह भी हिदायत दी है कि बढ़े हुए जल स्तर के दौरान सीमावर्ती पुलों पर आवागमन एवं आयात- निर्यात न करें।
पिथौरागढ़ पुलिस ने अपील की है कि आपदा सीजन के दौरान यदि कोई भी अप्रिय घटना घटित होती है, तो तत्काल उसकी सूचना आपदा कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 05964-226326, 9412100829 या पुलिस सहायता नम्बर 112, 05964-226651, 9411112982 पर दें।
दूसरी ओर, जनपद चम्पावत में भी कुछ दिन से भारी बारिश के बाद कुछ जगह पर सड़कें बंद हो गयी हैं। चम्पावत पुलिस ने जनता से सुरक्षित यात्रा की अपील की है। इसके साथ ही बरसात के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत जतायी गयी है।
पुलिस ने बताया है कि ’टनकपुर से घाट’ तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑलवेदर रोड निर्माण कार्य जारी है। बारिश होने के बाद सड़क पर आवाजाही के दौरान जगह-जगह मलबा, पत्थर आदि गिरने से यातायात बाधित होने के अलावा दुर्घटना होने की भी आशंका रहती है। ऐेसे में लोग बारिश के दौरान बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा करें।
लोगों से अपील की गयी है कि बारिश के दौरान खतरे की आशंका को देखते हुये जीर्ण-शीर्ण हो चुके भवनों में नहीं रहें। वहीं, नदियों-नालों के किनारे बसे लोगों से भी बारिश के दौरान खास सावधानी की अपील की गयी है। पुलिस ने कहा है कि बारिश के बाद नदियों-नालों में जलस्तर अचानक बढ़ जाने का खतरा बना रहता है। इसे देखते हुये लोग नदियों के किनारे नहीं जायें।
बारिश के दौरान आकाशीय बिजली के कारण भी कई हादसे होते हैं। पुलिस ने यह भी अपील जनता से की है कि आकाशीय बिजली चमकने के दौरान इलेक्ट्रानिक उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करें। टीवी, फ्रिज आदि को बंद रखें और इस दौरान घरों से बाहर निकलने से बचें। अगर निकलना भी पड़े तो पेड़ों के नीचे किसी भी सूरत में खड़े नहीं हों।
पुलिस ने नंबर भी जारी कियेः पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर बारिश के दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो तत्काल पुलिस सहायता नम्बर 112, 05965-23060, 9411112984 पर सूचना दें। भरोसा दिलाया गया है कि पुलिस की ओर से प्रभावित लोगों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य शुरू कर मदद दिलायी जायेगी।