Paytm Payment Bank: ऑनलाइन भुगतान के लिये अगर आप भी अपने फोन पर पेटीएम पेमेंट बैंक का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपको जरूर पूरी पढ़ लेनी चाहिये। भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की सख्ती के बाद 16 मार्च, यानी शनिवार से पेटीएम पेमेंट बैंक पर उपलब्ध कई सुविधाएं बंद हो जायेंगी। हालांकि, अब भी यूजर्स पेटीएम का उपयोग भुगतान के लिये कर सकेंगे, लेकिन उसके तरीकों में भी अब बदलाव हो जायेगा। आइये जान लेते हैं कि पेटीएम पर क्या सुविधाएं अब भी चालू हैं और क्या बंद हो चुकी हैं।
देश के करोड़ों उपभोक्ताओं, ग्राहकों-दुकानदारों को ऑनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी पेटीएम पर कुछ समय पहले वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ियों के आरोप लगे थे। रिजर्व बैंक ने संदिग्ध गतिविधियों के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नये ग्राहकों को जोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, पेटीएम की वॉलेट सुविधा जारी थी, लेकिन यह सुविधा भी तभी तक चालू रखने के निर्देश थे, जब तक कि उपभोक्ताओं के वॉलेट में रकम बची हुयी है।
आरबीआई की ओर से दी गयी समयसीमा 15 मार्च को समाप्त हो चुकी है। ऐसे में आज यानी 16 मार्च से पेटीएम उपभोक्ता, इस ऑनलाइन भुगतान प्लेटफार्म की कई सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। हालांकि, 15 मार्च को ही आरबीआई के निर्देश पर चार बैंकों को पेटीएम पार्टनर बैंक बनाया गया है। इसके बाद, पेटीएम की कुछ सेवाएं अब भी चालू रहेंगी, लेकिन उनका उपयोग करने के लिये भी उपभोक्ताओं को अब कुछ नये तरीकों की मदद लेनी पड़ सकती है।
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पेटीएम की ये सेवाएं चलती रहेंगी
- पेटीएम पेमेंट बैंक उपभोक्ता अपने खाते या वॉलेट में उपलब्ध राशि को निकाल सकेंगे
- पेटीएम पेमेंट बैंक वॉलेट बंद करने के लिये उपभोक्ताओं को बैलेंस यानी शेष राशि को दूसरे खातों में ट्रांसफर करने का विकल्प मिलेगा
- जिन चार बैंकों को पार्टनर बैंक बनाया गया है, उनके जरिये रिफंड, कैशबैक और पेटीएम पेमेंट बैंक खातों से ब्याज लिया जा सकेगा
- पेटीएम पेमेंट बैंक खाते में जब तक रकम उपलब्ध है, तब तक खाते से रकम निकाली जा सकती है
- खरीदारी करने के बाद पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल दुकानदार को भुगतान करने के लिये किया जा सकेगा
- उपभोक्ताओं के पास यूपीआई या आईएमपीएस के जरिये अपने पेटीएम बैंक खाते से रकम निकालने का विकल्प भी रहेगा
पेटीएम उपभोक्ताओं को यह करना होगा
पेटीएम पेमेंट बैंक में जिन भी उपभोक्ताओं ने अपना खाता खुलवा रखा है, उनके लिये अब यह अनिवार्य हो गया है कि वे अपने पेटीएम पेमेंट बैंक खाते को किसी अन्य बैंक के खाते से लिंक करें। ऐसा करना इसलिये जरूरी है कि अब पेटीएम पेमेंट बैंक बैंक नहीं रह गया है, बल्कि यह सिर्फ थर्ड पार्टी एप की तरह ही काम कर सकेगा।
इन चार बैंकों के साथ पार्टनरशिप
पेटीएम ने यूपीआई भुगतान सेवा को जारी रखने के लिये चार बैंकों के साथ पार्टनरशिप की है। ये बैंक हैं, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और यस बैंक। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई ने इसे मंजूरी दे दी है। यानी, अगर आप पेटीएम उपभोक्ता हैं और इन चारों में से किसी भी बैंक में आपका खाता है, तो आप अपने पेटीएम खाते को उस खाते से जोड़ सकते हैं।
पेटीएम फास्टैग है तो अब नहीं कर सकेंगे रिचार्ज
अगर आपने अपनी गाड़ी पर पेटीएम का फास्टैग लगवाया हुआ है तो यह भी सिर्फ तभी तक काम करेगा, जब तक उसमें बैलेंस उपलब्ध है। फास्टैग में रकम खत्म हो जाने के बाद, आप उसे रिचार्ज नहीं करवा सकेंगे। इसके लिये आपको अपने फास्टैग को किसी अन्य खाते से लिंक करना होगा या फिर अपने खाते को पेटीएम पेमेंट बैंक से किसी अन्य बैंक में ट्रांसफर करना होगा। यही प्रक्रिया पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिये लिये गये किसी लोन की मासिक किस्त यानी ईएमआई भुगतान के लिये भी अपनानी होगी।
यह सुविधाएं आज से बंद
- पेटीएम फास्टैग या वॉलेट पर अब टॉपअप नहीं करवा सकते हैं
- अगर आपको किसी अन्य से अपने पेटीएम पेमेंट बैंक में रकम लेनी हो, तो अब ऐसा नहीं कर पायेंगे
- पेटीएम पेमेंट बैंक खाते में सैलरी या अन्य डायरेक्ट ट्रांसफर नहीं हो सकेंगे
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क्या होते हैं पेमेंट बैंक
पेटीएम के बारे में जान लेने के बाद अगर आपके मन में यह सवाल उठा है कि आखिर पेमेंट बैंक कैसे बैंक होते हैं, तो यह भी जान लीजिये। वर्ष 2014 में नचिकेता मोर कमेटी के सुझाव पर भारतीय रिजर्व बैंक ने नये तरह के बैंकों के गठन को मंजूरी दी थी, जिन्हें पेमेंट बैंक कहा गया। ये बैंक दूसरे आम बैंकों से कई मायनों में अलग हैं।
आम बैंकों से क्यों अलग हैं पेमेंट बैंक
- पेमेंट बैंकों में सिर्फ सेविंग और करंट अकाउंट ही खुलवाये जा सकते हैं, इन बैंकों को एफडी खोलने का अधिकार नहीं है
- पेमेंट बैंक में अधिकतम दो लाख रुपये जमा करवाये जा सकते हैं, यह सीमा भी 2021 में बढ़ायी गयी, पहले यह एक लाख रुपये ही थी
- इन बैंकों को किसी भी प्रकार के लेनदेन का अधिकार नहीं दिया गया है, यहां तक कि ये उपभोक्ताओं को क्रेडिट कार्ड भी जारी नहीं कर सकते हैं
- इन बैंकों को आरटीजीएस, एनईएफटी, यूपीआई जैसे प्लेटफार्म का इस्तेमाल भुगतान के लिये करने की छूट है
- ये बैंक ऑनलाइन बैंकिंग और एटीएम की सुविधा भी अपने उपभोक्ताओं को प्रदान कर सकते हैं
भारत में ये पेमेंट बैंक हो रहे संचालित
भारत में पेटीएम पेमेंट बैंक को शामिल करते हुये छह पेमेंट बैंक मौजूद थे। अब पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक के बाद पांच बैंक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, फिनो पेमेंट बैंक, एयरटेल पेमेंट बैंक, जियो पेमेंट बैंक और एनएसडीएल पेमेंट बैंक रह गये हैं।
सात साल पहले शुरू हुआ था पेटीएम पेमेंट बैंक
पेटीएम पेमेंट बैंक की शुरूआत वर्ष 2017 में हुयी थी। संदिग्ध गतिविधियां सामने आने के बाद आरबीआई ने 29 फरवरी 2024 के बाद इस बैंक में रकम जमा करवाने पर रोक लगा दी थी। यानी उपभोक्ता पेटीएम पेमेंट बैंक के खाते में रकम जमा नहीं करवा सकते थे, हालांकि खाते में शेष रकम से भुगतान जारी था।
पेटीएम वॉलेट और पेटीएम बैंक में अंतर समझिये
पेटीएम वॉलेट और पेटीएम पेमेंट बैंक दोनों में अंतर है। ये दोनों अलग-अलग इकाइयां हैं। पेटीएम वॉलेट से अब भी फोन रिचार्ज, भुगतान आदि किया जा सकता है, लेकिन इसके लिये वॉलेट पेटीएम पेमेंट बैंक से नहीं, बल्कि किसी अन्य खाते से जुड़ा होना चाहिये।