US National Rescued: हिमाचल प्रदेश के तिसरी गांव में, एक अमेरिकी महिला के लिये भारतीय वायुसेना, देवदूत बनी नजर आयी। ट्रेकिंग करने पहुंची महिला, पहाड़ पर चढ़ाई के दौरान चोटिल हो गयी थी। ऐसे में वायुसेना के चीता हेलीकॉप्टर ने विशेष अभियान चलाकर महिला को सुरक्षित निकाला। महिला को चंडीगढ़ ले जाया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार, अमेरिका से आयी एक महिला, हिमाचल प्रदेश के तिसरी गांव से आगे ट्रेकिंग के लिये निकली थी। शनिवार सुबह, महिला के ट्रैकिंग के दौरान गिरकर बुरी तरह चोटिल हो जाने की सूचना स्थानीय प्रशासन को मिली।
प्रशासन की ओर से एक टीम रवाना की गयी, लेकिन महिला की रीढ़ की हड्डी में गहरी चोट आने के कारण, उसे ट्रैकिंग रूट से सड़क तक और फिर सड़क मार्ग से अस्पताल पहुंचाना मुश्किल था।
इस पर प्रशासन की ओर से भारतीय वायुसेना को घटना की जानकारी दी गयी। साथ ही प्रशासन ने महिला को सुरक्षित निकालने के लिये वायुसेना से मदद भी मांगी। इसके बाद, वायुसेना की ओर से विशेष बचाव अभियान शुरू किया गया।
वायुसेना का चीता हेलीकॉप्टर तिसरी पहुंचा। तब तक, स्थानीय कर्मियों ने पहाड़ी पर हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के लिये उपयुक्त स्थान तलाश लिया था। हेलीकॉप्टर के पहुंचने के बाद, महिला को स्ट्रेचर पर हेलीकॉप्टर तक पहुंचाया गया।
इसके बाद, चीता ने चंडीगढ़ के लिये उड़ान भर ली। बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ में महिला का इलाज भी शुरू कर दिया गया है। अमेरिकी महिला के नाम की अभी जानकारी नहीं मिली है। वह अकेली ही ट्रैकिंग पर थी या उसके साथ अन्य लोग भी थे, यह भी अभी साफ नहीं हुआ है। लेकिन महिला को समय से अस्पताल ले जाये जाने से, अब वह सुरक्षित है।
Based on the request of the civil admin to evacuate an American national, who had suffered a spinal injury during trekking, IAF launched a Cheetah helicopter for the casualty evacuation.
IAF airlifted the woman trekker successfully from the treacherous terrain of Teesri village… pic.twitter.com/mFoUxhQKo9
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 11, 2024
उत्तराखंड में जंगलों की आग बुझाने में की मदद
भारतीय वायुसेना, उत्तराखंड में बीते दिनों जंगलों में लगी आग को बुझाने में भी वन विभाग की सबसे बड़ी मददगार रही। नैनीताल और पौड़ी जिले के जंगलों में लगी आग बुझाने के लिये, राज्य सरकार ने वायुसेना से मदद मांगी थी। इसके बाद, वायुसेना ने अपने एमआई-17 हेलीकॉप्टर आग बुझाने में लगा दिये थे।
हेलीकॉप्टरों ने नैनीताल में भीमताल झील और पौड़ी में श्रीनगर बांध से पानी भरकर जलते जंगलों पर बौछारें कीं। इससे जमीन पर आग बुझाने के काम में जुटे वनकर्मियों को बड़ी मदद मिली। अब, बीते 24 घंटे में उत्तराखंड में कहीं भी वनाग्नि की कोई घटना दर्ज नहीं हुयी है।
दो मरीजों, एक जवान की भी बचायी जान
भारतीय वायुसेना इससे पहले अप्रैल में, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में दो मरीजों और एक जवान की जान बचाने में भी कामयाब रही। जानकारी के अनुसार, 17 अप्रैल को भारतीय वायुसेना को जम्मू-कश्मीर के कारगिल में दो लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ने और आपात चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में मदद का अनुरोध किया गया था।
इस पर वायुसेना ने तत्काल, अपने एएन-32 वायुयान को श्रीनगर से कारगिल रवाना किया। दोनों मरीजों को कारगिल एयरबेस पर पहुंचाया गया, जहां से वायुसेना का विमान उन्हें लेकर श्रीनगर लौटा। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के बाद उनकी हालत ठीक हुयी।
वहीं इससे पहले, लद्दाख में भी एक ऐसी ही घटना हुयी। वहां तैनात भारतीय सेना के एक जवान का हाथ मशीनरी चलाते वक्त कट गया था। सेना की कॉल पर वायुसेना ने जवान को एयरलिफ्ट कर दिल्ली पहुंचाया। बताया गया है कि दिल्ली में सफल ऑपरेशन के बाद, जवान का हाथ बचा लिया गया।
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