Badaun Murder Update: बदायूं में दो मासूमों के नृशंस हत्याकांड में खुलासा हुआ है कि आरोपी साजिद ने हत्या से एक दिन पहले ही, पीड़ित परिवार से पांच हजार रुपये की रकम उधार ली थी। अस्पताल में पत्नी की डिलीवरी के नाम पर यह रकम लेने के चंद घंटों बाद ही उसने मदद करने वाले परिवार के ही दो चिरागों का गला रेत डाला। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि आखिर साजिद ने ऐसा क्यों किया?

बदायूं के सिविल लाइन थाना क्षेत्रांतर्गत बाबा कॉलोनी में मंगलवार देर शाम विनोद कुमार के दो बेटों आयुष (12) और अहान (06) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी। हत्यारे साजिद ने विनोद के तीसरे बेटे पीयूष (11) पर भी चाकू से वार किया था, लेकिन उसने भागकर किसी तरह जान बचा ली थी।

दोहरे हत्याकांड से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था। लोग सड़कों पर निकल आये थे, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी भी देर रात ही बदायूं पहुंच गये थे। हंगामा कर रहे लोगों को अधिकारियों ने किसी तरह मनाकर शांत कराया। इसी बीच आरोपी साजिद की तलाश में जुटी पुलिस को वह शेखुपुरी के जंगल में नजर आया।

भागने की कोशिश में साजिद ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया, जिसके बाद जवाबी फायरिंग में उसकी जान चली गयी। देर रात तक पुलिस पीड़ित परिवार से घटना के बारे में जानकारी लेने की कोशिश में जुटी थी, लेकिन विनोद स्वयं शहर से बाहर थे, जबकि घर पर उनकी मां और पत्नी बातचीत करने की हालत में नहीं थीं। घटना की जानकारी मिलने पर विनोद देर रात घर पहुंचे।

बुधवार सुबह अधिकारियों ने विनोद की पत्नी संगीता और मां से जानकारी ली, तो चौंकाने वाली बात सामने आयी। संगीता और उनकी सास ने पुलिस को बताया कि आरोपी साजिद सोमवार को उनके घर आया था। उसने बताया था कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होने वाली है, लेकिन उसके पास अस्पताल ले जाने के लिये कुछ रकम कम पड़ रही है।

साजिद ने परिवार से पांच हजार रुपये उधार मांगे और कहा कि वह एक-दो दिन में यह रकम लौटा देगा। विनोद की मां ने बताया कि उन्होंने विनोद को फोन कर इसके बारे में बताया, जिसके बाद विनोद के कहने पर साजिद को पांच हजार रुपये दे दिये। लेकिन, उन्हें नहीं मालूम था कि अपने बच्चे के नाम पर जो साजिद उनसे मदद मांग रहा है, वही अगले दिन उनके घर के चिरागों को बुझाने वाला है।

वहीं, संगीता ने पुलिस को बताया है कि जिस वक्त साजिद घर की छत में बच्चों का गला रेत रहा था, उसका भाई जावेद घर के बाहर सड़क पर बाइक लिये उसका इंतजार कर रहा था। पीयूष के चिल्लाते हुये नीचे आने के बाद जब वह छत की ओर दौड़ीं, तब तक साजिद घर के बाहर निकल गया और दोनों भाई तेजी से फरार हो गये।

इस जानकारी के बाद पुलिस ने साजिद के भाई जावेद की तलाश तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि वह भी साजिद के साथ ही सैलून की दुकान पर काम करता था। एसओजी और पुलिस की चार टीमें जावेद की तलाश में जुट गयी हैं। उसके परिवार से भी पूछताछ की जा रही है। साथ ही आरोपी और जावेद की कॉल डिटेल खंगाली जा रही हैं।

‘साजिद ने कहा था, पांच बच्चों की हो चुकी है मौत’

पूछताछ के दौरान विनोद की मां ने पुलिस को बताया कि साजिद जब रकम मांगने घर आया था, तो उसने बताया था कि उसके पांच बच्चों की डिलीवरी के दौरान मौत हो चुकी है। अब उसकी पत्नी छठवीं बार गर्भवती है। उसने पत्नी की डिलीवरी अच्छे अस्पताल में करवाने की बात कही थी।

तो क्या तंत्र के चक्कर में ले ली जान!

स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया था कि आरोपी साजिद तंत्र के चक्कर में रहता था। विनोद की मां और पत्नी से पूछताछ के बाद जानकारी मिली है कि उसने अपने पांच नवजात बच्चों की मौत की बात कही थी। अब छठवीं बार उसकी पत्नी की डिलीवरी होनी है। ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि कहीं, अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिये तो उसने मासूमों की जान नहीं ली। हालांकि, इस पर जांच के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।

पीयूष बोला- ‘मुझे भी मारना चाहता था सैलून वाला भैया’

वारदात के दौरान तीनों भाइयों में से पीयूष वक्त रहते भागने में कामयाब रहा। आरोपी साजिद ने उस पर भी चाकू से वार किये, जिससे उसके सिर और हाथ में जख्म आये हैं। पीयूष का कहना है कि बुधवार शाम सैलून वाले भैया घर पर आये थे। वे छत पर गये और बड़े भाई आयुष और अहान पर चाकू से वार करने लगे।

पीयूष ने बताया कि उसे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर आरोपी ने ऐसा क्यों किया। उसने बताया कि वह और उसके दोनों भाई, बाल कटवाने के लिये आरोपी की ही दुकान पर जाते थे। परिवार के साथ कभी किसी बात को लेकर आरोपी का झगड़ा होने की बात से भी पीयूष ने इनकार किया। परिजनों ने उसे अपने रिश्तेदारों के पास भेज दिया है।

विनोद बोले- ‘मेरा कभी नहीं हुआ विवाद’

आयुष और अहान के पिता विनोद कुमार का कहना है कि वह काम के सिलसिले में अकसर बाहर रहते हैं। मंगलवार को भी वह शहर में नहीं थे। उन्होंने बताया कि साजिद से उनका सामान्य परिचय इतना ही था कि उसकी सैलून की दुकान उनके घर के ठीक सामने थी। ऐसे में आते-जाते कभीकभार उससे बातचीत होती थी।

साजिद के साथ किसी बात को लेकर रंजिश के सवाल पर विनोद ने पुलिस को बताया कि उनकी साजिद से कभी किसी बात को लेकर न कोई बहस हुयी, न ही कोई झगड़ा हुआ। उनका भी यही कहना था कि उसने आखिर क्यों उनके दो बेटों को मार डाला, यह उनकी भी समझ में नहीं आ पा रहा है।

वारदात में इस्तेमाल चाकू, तमंचा बरामद

पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी ने जिस चाकू से वार कर आयुष और अहान की जान ली, वह बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा भागने की कोशिश के दौरान उसने जिस तमंचे से पुलिस टीम पर गोली चलायी, वह भी बरामद किया जा चुका है। यह है फरार आरोपी जावेदः

पुलिस और सुरक्षाबलों ने किया फ्लैग मार्च

मंगलवार रात की घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। इसे देखते हुये देर रात ही बरेली, मुरादाबाद से अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को बुलाने के साथ ही पैरामिलिट्री को भी सड़कों पर उतार दिया गया था। बुधवार को सुबह से ही अधिकारियों ने सुरक्षाबलों के साथ बाबा कॉलोनी, सिविल लाइन समेत संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया। लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की गयी।

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