BJP Candidates 2024: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिये अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। भाजपा ने 11 राज्यों के लिये 72 प्रत्याशियों के नाम घोषित किये हैं। इनमें उत्तराखण्ड की हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट भी शामिल हैं। पार्टी ने पौड़ी से अनिल बलूनी और हरिद्वार से त्रिवेंद्र सिंह रावत को मैदान में उतारा है।

बुधवार को भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिये दूसरी सूची जारी करने से पहले दिल्ली में, पार्टी की केंद्रीय चुनाव संचालन समिति की बैठक हुयी। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत समिति सदस्यों ने दावेदारों के नामों पर विमर्श के बाद उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगा दी।

बात उत्तराखण्ड की करें तो यहां भाजपा ने पहली सूची में पांच में से तीन ही सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये थे। इनमें टिहरी से माला राज्यलक्ष्मी शाह, अल्मोड़ा से अजय टम्टा और नैनीताल से अजय भट्ट शामिल हैं। हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल संसदीय क्षेत्रों में पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा रोक दी थी। इसे लेकर चर्चाएं तेज थीं।

बुधवार को भाजपा ने इन दोनों सीटों पर भी अपने उम्मीदवार तय कर लिये। पार्टी ने हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पौड़ी गढ़वाल से पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को मैदान में उतारा है। इन दोनों सीटों पर अनिल बलूनी और त्रिवेंद्र सिंह रावत का ही दावा काफी मजबूत माना जा रहा था। अब नाम घोषणा से पार्टी ने भी इस पर मुहर लगा दी है।

बीते दिनों हुए राज्यसभा चुनाव में पार्टी ने अनिल बलूनी को दोबारा अवसर देने के बजाय, भाजपा उत्तराखंड अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को सांसद बनवाया था। इसके बाद ही यह लगभग तय माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में पार्टी इस बार उन्हें उतारने वाली है। वहीं, त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद से लगातार हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे। उन्होंने विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था।

भाजपा के अंदरूनी सर्वे ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को लोकसभा चुनाव की दावेदारी से बाहर किया

दिलचस्प है कि हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल दोनों ही सीटों पर दो पूर्व मुख्यमंत्री सांसद थे। हरिद्वार से पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक लगातार 2014 से, जबकि पौड़ी गढ़वाल से पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत 2019 में सांसद चुने गये थे। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रत्याशी घोषणा से पहले करवाये गये सर्वे की रिपोर्ट अनुकूल नहीं होने के कारण इस बार इन दोनों का टिकट काट दिया गया है।

मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाये गये थे निशंक, तीरथ को मिली थी उत्तराखण्ड की कमान

भाजपा ने भले ही दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के टिकट काटे हों, लेकिन इससे पहले दोनों ही नेताओं को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी भी दे चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री निशंक को 2014 की मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया। तब उन्हें शिक्षा मंत्रालय जैसा हाईप्रोफाइल मंत्रालय सौंपा गया था। हालांकि, कुछ समय बाद ही उनसे यह जिम्मेदारी वापस ले ली गयी थी।

दूसरी ओर, उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को जब बदला गया, तब केंद्रीय नेतृत्व ने पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत पर भरोसा जताया। उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया गया था। हालांकि, कुछ तकनीकी गड़बड़ी के चलते वह निर्धारित समयसीमा के भीतर विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सके और मजबूरन पार्टी को एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन कर कमान पुष्कर सिंह धामी को सौंपनी पड़ी। धामी की कमान में भाजपा राज्य में दोबारा सरकार बनाने में भी कामयाब रही।

त्रिवेंद्र ने जताया पीएम और पार्टी का आभार

हरिद्वार से भाजपा प्रत्याशी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उम्मीदवारी की घोषणा पर पार्टी का आभार जताया है। त्रिवेंद्र ने X पर अपने ट्वीट में लिखा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा 400 से अधिक सीटें जीतकर एक बार फिर सरकार बनायेगी।

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