Delhi Congress: लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के तुरंत बाद और नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से एक दिन पहले राजधानी दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। लवली ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को अपने त्यागपत्र की वजह बताया है। लवली के बाद, दिल्ली कांग्रेस में और भी नेताओं के पार्टी छोड़ने के आसार बन गये हैं।

इंडी गठबंधन के तहत दिल्ली में कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। दिल्ली की सात में से चार सीटों पर आम आदमी पार्टी, जबकि तीन सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस ने चांदनी चौक से जयप्रकाश अग्रवाल, उत्तर पश्चिम दिल्ली से उदित राज और उत्तर पूर्व दिल्ली से कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है।

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दिल्ली में लोकसभा चुनाव 2024 के लिये नामांकन प्रक्रिया 29 अप्रैल से शुरू हो रही है। तीनों सीटों पर प्रत्याशियों के नामांकन के लिये पार्टी की तैयारियों के बीच, प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना त्यागपत्र भेज दिया है। लवली को अगस्त 2023 में दिल्ली कांग्रेस की कमान सौंपी गयी थी।

शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे लवली

एनएसयूआई, युवक कांग्रेस और फिर कांग्रेस के साथ 30 साल लंबे सियासी सफर में लवली 1998 से 2013 तक विधायक चुने गये। 2003 से 2013 तक लवली ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की सरकार में राजस्व, शिक्षा और परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली। लवली को दिल्ली में ईडब्ल्यूएस स्कीम, लाडली योजना और अवैध कॉलोनियों के नियमितीकरण के लिये भी जाना जाता है।

एक बार फिर भाजपा में जाने की चर्चा

कांग्रेस से इस्तीफे के बाद अरविंदर सिंह लवली के एक बार फिर भाजपा में जाने की चर्चाएं तेज हैं। लवली 2017 में भी भाजपा में शामिल हो गये थे। हालांकि, कुछ ही महीनों बाद वह वापस कांग्रेस में आ गये थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में लवली को कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर के सामने मैदान में उतारा था। 2020 के विधानसभा चुनाव में गांधी मैदान सीट पर भी लवली भाजपा से हार गये थे।

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‘मैंने सात-आठ महीनों में पार्टी संगठन को फिर खड़ा किया’

खड़गे को भेजे त्यागपत्र में लवली ने लिखा है कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बाद पिछले सात-आठ महीनों में लोकसभा चुनाव के लिये उन्होंने कड़ी मेहनत की। लवली ने लिखा है- मैंने सैकड़ों ऐसे कार्यकर्ताओं, नेताओं को दोबारा पार्टी में सक्रिय किया, जो पार्टी को छोड़ चुके थे या लंबे समय से निष्क्रिय हो गये थे, क्योंकि पार्टी ने वर्षों से कोई बड़ी रैली या कार्यक्रम नहीं किया था। लवली के अनुसार- मैंने सुनिश्चित किया कि हर महीने दिल्ली में एक बड़ी रैली हो, जिसके जरिये सातों लोकसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं तक पार्टी की पहुंच बढ़े।

दिल्ली में छठे चरण में 25 मई को होना है मतदान

लोकसभा चुनाव 2024 के लिये सात चरणों में मतदान होना है। इनमें से दो चरण का मतदान हो चुका है। दिल्ली की सातों संसदीय सीटों के लिये छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है। इसमें अब एक महीने से भी कम समय बाकी रह गया है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे ने कांग्रेस को उलझा दिया है।

कांग्रेस को संगठन के स्तर पर बड़ा नुकसान

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते अरविंदर सिंह लवली की दिल्ली के बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों तक पहुंच है। उनके इस्तीफे के बाद उनके समर्थकों के भी पार्टी से निकलने की चर्चाएं हैं। प्रदेश अध्यक्ष के अचानक इस तरह इस्तीफे का, पिछले दोे चुनावों से दिल्ली में जगह बनाने की कोशिश कर रही कांग्रेस को सांगठनिक स्तर पर बड़ा नुकसान हो सकता है।

आम आदमी पार्टी तक भी पहुंचेगी आंच

आम आदमी पार्टी दिल्ली की चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है। नई दिल्ली से सोमनाथ भारती, दक्षिणी दिल्ली से सहीराम पहलवान, पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार और पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा मैदान में हैं। पिछले दो लोकसभा चुनाव में सातों सीटों पर उतरने से आप का दिल्ली में खाता नहीं खुल सका था।

ऐसे में पार्टी ने इस बार कांग्रेस से गठबंधन किया। इससे सातों सीटों पर कांग्रेस और आप नेता साथ मिलकर घोषित प्रत्याशियों के प्रचार में जुटे हैं। लेकिन अब लवली के इस्तीफे का असर आप के चारों उम्मीदवारों पर भी पड़ने के आसार बन गये हैं। बताया जा रहा है कि आप के साथ गठबंधन से कांग्रेस के निचले स्तर तक के कार्यकर्ता भी नाखुश हैं।

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