Drug Network Kingpin: 12,50,81,55,000 यह भारतीय मुद्रा यानी रुपये में रकम का वह भारी भरकम आंकड़ा है, जो अमेरिका की अदालत ने हल्द्वानी निवासी बनमीत सिंह से वसूल करने का आदेश दिया है। अमेरिका में उसे पांच साल की सजा सुनायी गयी है। बनमीत ने ड्रग का धंधा करके महज छह साल में इतनी कमाई कर ली थी। हल्द्वानी से निकले बनमीत ने यूरोप और अमेरिका में अपने नशे के कारोबार का नेटवर्क फैला लिया था।
उत्तराखंड में हल्द्वानी के रहने वाले बनमीत सिंह को शायद नैनीताल जिले में भी लोग अच्छे से जानते-पहचानते नहीं होंगे। लेकिन, शुक्रवार को यह नाम, तब अचानक उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देशभर के लोगों की जुबान पर आ गया, जब हल्द्वानी के तिकोनिया चौराहे के पास की गली में स्थित उसके घर के दरवाजे पर तड़के पुलिस, जांच एजेंसियों के अधिकारियों को लेकर पहुंची 12 गाड़ियां आकर रुकीं। पुलिस ने उसके घर के गेट को बंद कर दिया और न किसी को बाहर जाने दिया, न कोई भीतर जा सका।
घर पर बनमीत के पिता सुरजीत सिंह नरूला और अन्य परिजन थे। सुबह करीब साढ़े पांच बजे से लगातार देर शाम तक परिजनों से पूछताछ और घर पर मौजूद दस्तावेजों की जांच जारी है। इस बीच कॉलोनी में खलबली मची, तो लोग सुरजीत नरूला के घर पर पुलिस पहुंचने के बारे में जानकारियां लेने लगे।
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बातें निकलीं, तब बनमीत चर्चाओं में आ गया। मालूम चला कि बनमीत को छह दिन पहले ही अमेरिका में पांच साल की सजा सुनायी गयी है और वह यूरोप-अमेरिका में नशे के सबसे बड़े सप्लायर ग्रुप में शामिल है तो लोग भौचक्के रह गये।
लंदन में 2012 से शुरू किया नशे का धंधा
जानकारी के अनुसार, बनमीत सिंह ने 2012 में लंदन से नशे का धंधा शुरू किया। 2012 से लेकर 2017 अंत तक वह लगातार यूरोप और अमेरिका में नशीली दवाओं की सप्लाई करता रहा।
अमेरिकी अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, नशे के इस धंधे से उसने 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कमाई की। भारतीय मुद्रा में यह रकम 12 अरब 50 करोड़ 81 लाख 55 हजार रुपये बनती है। 2018 में वह जांच एजेंसियों के रडार पर आ गया था, जिसके बाद 2019 में उसे दबोच लिया गया।
इस तरह हुआ था नशे के नेटवर्क का खुलासा
2018 में अमेरिका में नशे के धंधेबाजों की जांच कर रही एजेंसियों को नॉर्थ कैरोलिना में एक महिला की गतिविधियां कुछ संदिग्ध लगीं। इस महिला ने एक साल के भीतर 2500 से अधिक लोगों तक 4200 पैकेज डाक सेवा से भिजवाये थे।
इनमें से कई पैकेज अमेरिका के ही अलग-अलग प्रांतों में भेजे गये तो कुछ दूसरे देशों में भी भेजे गये थे। एजेंसियों ने महिला के पते पर छापा मारा तो वहां से 59 किलो एमडीएमए, 14 किलो केटामाइन और अन्य नशीली दवाएं बरामद की गयीं।
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बाल्टीमोर-न्यूयॉर्क और फिर लंदन तक जुड़े तार
महिला से पूछताछ की गयी तो पता चला कि उसके पास बाल्टीमोर और न्यूयॉर्क से सप्लाई आती है। एजेंसियों ने इन दोनों जगहों पर जांच आगे बढ़ायी तो तार लंदन तक जुड़ते चले गये। इस दौरान 19 ऐसे ई-मेल एड्रेस की जानकारी जांच एजेंसियों को मिली, जो डार्क वेब पर संचालित हो रहे थे। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि ये सभी ई-मेल आईडी बनमीत सिंह चला रहा था।
50 प्रांतों तक जाल, आठ जगह डिस्ट्रिब्यूशन सेल
जांच एजेंसियों ने जांच आगे बढ़ायी तो पता चला कि बनमीत सिंह का नेटवर्क अमेरिका के सभी 50 प्रांतों में फैल चुका था। उसने सात प्रांतों, ओहियो, नॉर्थ कैरोलिना, वॉशिंगटन, मैरीलैंड, नॉर्थ डकोटा, न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा में अपने डिस्ट्रिब्यूशन सेल बनाये हुये थे। नशे की शिपमेंट इन सेल तक की जाती थी। शिपमेंट सेल तक पहुंच जाने के बाद पूरे अमेरिका में सप्लाई का काम यहां से किया जाता था।
इन देशों में नशे की सप्लाई की जा रही थी
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस पर उपलब्ध दस्तावेज के अनुसार बनमीत सिंह डार्क वेब पर बनी वेबसाइट्स पर ऑर्डर लेता था। जांच में पता चला कि वह कनाडा, इंग्लैंड, आयरलैंड, जमैका, स्कॉटलैंड, यूएस वर्जिन आइलैंड तक नशे की सप्लाई कर रहा था। ऑर्डर मिलने पर, वहां भी डिस्ट्रिब्यूशन सेल से पैकेज भेजे जाते थे।
कई बार खुद भी सप्लाई लेकर आया था अमेरिका
जांच में साफ हुआ कि ऑर्डर मिलने के बाद पैकेज सप्लाई करने के लिये बनमीत सिंह और उसके गिरोह के साथी यूएस मेल या दूसरी शिपिंग एजेंसियों से शिपिंग करते थे। कई बार, वह खुद भी लंदन से डिस्ट्रिब्यूशन सेल तक सप्लाई पहुंचाने के लिये पैकेज लेकर आया था। अमेरिकी जांच एजेंसियों ने बनमीत सिंह के अलावा सात अन्य लोगों को इस मामले में पकड़ा है।
अमेरिका का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी ड्रग नेटवर्क
बनमीत सिंह न सिर्फ डार्क वेब पर ऑपरेट कर रहा था, बल्कि वह भुगतान भी कैश में लेने के बजाय क्रिप्टोकरेंसी में ले रहा था। जांच में इस तरह 150 मिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन की बात सामने आयी, जिसे अमेरिका का अब तक का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी मनी लॉंडिंग नेटवर्क माना जा रहा है।
अदालत में कबूल की नशे के धंधे और मनी लॉंड्रिंग की बात
अमेरिका की अदालत में मार्च 2023 से बनमीत सिंह के खिलाफ मामले की सुनवाई शुरू हुयी थी। उसे लंदन से प्रत्यर्पण संधि के तहत अमेरिका लाया गया था। 26 जनवरी 2024 को अदालत में सुनवाई के दौरान बनमीत सिंह ने अपने अपराध कबूल कर लिये थे। उसने कबूल किया था कि उसने अमेरिका में प्रतिबंधित नशे की दवाओं का कारोबार किया। उसने यह भी माना था कि उसने अपने इस अवैध कारोबार के जरिये मनी लॉंड्रिंग भी की।