Haldwani Riots Mastermind: हल्द्वानी दंगे का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। उसकी तलाश में जुटी पुलिस ने मलिक समेत नौ आरोपियों को भगोड़ा घोषित कर दिया है। उनके गैरजमानती वारंट जारी करवाने में भी पुलिस जुटी है। इसके अलावा मलिक की तलाश में लगातार दबिश जारी है।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में जिस सरकारी जमीन को कब्जामुक्त करवाया गया, उसे मलिक का बगीचा कहा जाता था। क्योंकि लंबे समय से इस जमीन पर मलिक के परिवार का कब्जा था। 99 साल की लीज खत्म होने के बाद भी जमीन फ्रीहोल्ड नहीं करवायी गयी थी। ऐसे में 30 जनवरी को नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने मलिक को जमीन खाली करने का नोटिस दिया था।
30 जनवरी को मलिक की नगर आयुक्त से बहस भी हुई थी।08 फरवरी को अतिक्रमण हटाने के दौरान दंगा भड़क गया था। अब्दुल मलिक को ही दंगे का सूत्रधार माना जा रहा है। इसे देखते हुए पुलिस उसे तलाश रही है, लेकिन अब तक वह धरा नहीं जा सका है। बताया जा रहा है कि वह दंगे से पहले ही क्षेत्र से निकल गया था।
अब मलिक की तलाश में जुटी पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है। मलिक के अलावा आठ अन्य लोगों को भी वांछित घोषित किया गया है। इनके नाम अब्दुल मोईद, शकील अंसारी, वसीम उर्फ हप्पा, मोकिन सैफी, एजाज अहमद, तस्लीम, जिया उर्रहमान, रईस उर्फ दत्तू हैं। पुलिस जल्द इनके वारंट भी जारी करवाने वाली है।
कल खत्म हो रही रकम जमा करवाने की अवधि: अब्दुल मलिक को नगर निगम की ओर से वसूली नोटिस जारी किया गया है। मलिक को 15 फरवरी तक 2.44 करोड़ रुपये जमा करवाने को कहा गया है। तय तारीख पर रकम जमा नहीं कराने पर निगम की ओर से कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
आयुक्त के समक्ष दर्ज करायें बयान: शासन की ओर से बनभूलपुरा प्रकरण की जांच कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत को सौंपी गयी है। आयुक्त की ओर से बुधवार 14 फरवरी 2024 को इस सम्बंध में विज्ञप्ति जारी की गई है। इसमें लोगों से अपील की गई है कि वे 08 फरवरी की घटना के संदर्भ में साक्ष्य देने के साथ आने बयान भी दर्ज करवा सकते हैं। बयान 21 फरवरी तक दर्ज किये जायेंगे। देखिये विज्ञप्ति: