Sam Pitroda Resigns: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान अपने बयानों से बीते कुछ दिनों से, लगातार कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रहे, सैम पित्रोदा ने इस्तीफा दे दिया है। पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष थे। हाल में विरासत कर को लेकर उनके बयान से घिरी कांग्रेस, मंगलवार को उनके उत्तर भारतीयों को गोरा, दक्षिण भारतीयों को अफ्रीकी बताने के बयान से और ज्यादा परेशानी में पड़ गयी थी।

दशकों से कांग्रेस से जुड़े सैम पित्रोदा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खासे नजदीकी रहे। इसके बाद, उन्हें राहुल गांधी का भी मुख्य सलाहकार माना जाता रहा है। वर्तमान में वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, लेकिन बीते कुछ दिनों से पित्रोदा के बयान, कांग्रेस के लिये परेशानी का सबब बने हुये थे।

सैम पित्रोदा ने बुधवार को क्या कहा, जानिये

कुछ दिन पूर्व सैम पित्रोदा ने अमेरिका और भारत में कर व्यवस्था की तुलना करते हुये विरासत कर लागू करने की जरूरत जता दी थी। उनका कहना था कि जिस तरह अमेरिका में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद, उसकी संपत्ति का 55 प्रतिशत हिस्सा सरकार अधिग्रहीत कर लेती है। इस तरह का कानून भारत में भी होना चाहिये। उनका कहना था कि भारत में अरबपति लोगों के निधन के बाद, उनकी सारी संपत्ति उनके बच्चों को मिल जाती है।

पित्रोदा के इस बयान को भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ चुनाव प्रचार का बड़ा मुद्दा बना लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में संपत्तियों के सर्वे की बात को हथियार बना लिया था। पीएम मोदी ने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस गृहिणियों का मंगलसूत्र छीन लेना चाहती है। उनका कहना था कि कांग्रेस न तो चैन से जीने देगी, न ही चैन से मरने देगी।

कांग्रेस ने भले ही, पित्रोदा के बयान को उनकी निजी राय बताकर पल्ला झाड़ लिया था, लेकिन विरासत कर लागू करने की बात को लेकर भाजपा के प्रचार का ठोस जवाब नहीं दे पा रही थी। कांग्रेस इस झटके से उबर पाती, इससे पहले ही बुधवार को सैम पित्रोदा का एक नया बयान आ गया।

एक पॉडकास्ट के दौरान सैम पित्रोदा ने अपने बयान में कह दिया था, कि भारत में पूर्व के लोग चीनी लोगों की तरह दिखते हैं। पश्चिम के लोगों में अरब के लोगों की झलक नजर आती है। उत्तर के लोग गोरे होते हैं, जबकि दक्षिण के लोग अफ्रीकी लोगों की तरह दिखायी देते हैं। पित्रोदा का यह बयान भी कांग्रेस के लिये मारक बन गया।

भाजपा ने तो, इस बयान को बुधवार को देशभर में अलग-अलग स्थानों पर हुयी जनसभाओं में, मुद्दा बनाया ही। इंडी गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी पित्रोदा की इस बात को गलत करार दिया। राजनीतिक नुकसान होता देख, एक बार फिर कांग्रेस ने सैम के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दे दिया।

वहीं, दिनभर बयान को लेकर चारों ओर से निंदा के बाद, आखिर शाम को सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पद से अपना इस्तीफा दे दिया। हालांकि, इसकी जानकारी भी, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ही एक्स पर एक ट्वीट के जरिये दी। उन्होंने लिखा कि सैम पित्रोदा ने इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है। यह इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने फिर किया भाषण में जिक्र

पित्रोदा के बयान के वायरल होते ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, विरासत कर वाले बयान की तरह ही, इस बयान को लेकर भी कांग्रेस पर हमला किया। तेलंगाना में जनसभा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि शहजादे के मित्र, फिलॉस्फर और गाइड ने जो कहा है, उसने गुस्से से भर दिया है। कहा कि उनका यह बयान नस्लवादी है।

कांग्रेस के घोषणापत्र में रहता है पित्रोदा का प्रभाव

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस की ओर से हर चुनाव में जो घोषणापत्र जारी किये जाते हैं, उनमें जिक्र की जाने वाली बातें, सैम पित्रोदा ही तय करते हैं। 80 के दशक से ही सैम पित्रोदा हर बार कांग्रेस का घोषणापत्र बनाते रहे हैं, जिसकी जानकारी वह स्वयं अकसर अलग-अलग इंटरव्यू में भी देते रहे हैं।

सोशल मीडिया पर आ गयी मीम्स की बाढ़

सैम पित्रोदा का बयान वायरल होते ही, सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गयी। लोग भारतीय लोगों की तस्वीरें लगाकर उन्हें चीनी, अफ्रीकी, गोरा, अरबी बताने लगे। यहां तक कि एक्स पर सैम पित्रोदा नंबर एक पर ट्रेंड करने लगा। देर शाम तक इस हैशटैग पर 28 हजार से ज्यादा ट्वीट किये जा चुके थे।

देखिये, एक्स यूजर्स ने किस तरह के ट्वीट कियेः

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