Slovakia PM Shot: यूरोप के देश स्लोवाकिया में, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर, एक हमलावर ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। सुरक्षाकर्मियों ने घायल प्रधानमंत्री को तत्काल अस्पताल पहुंचाया है। उनकी हालत नाजुक बतायी जा रही है। वहीं, सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को भी गिरफ्तार कर लिया है। हमले की वजह अभी साफ नहीं है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको, बुधवार को स्लोवाकिया के हंदलोवा शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिये पहुंचे थे। बैठक होने के बाद बाहर आकर, वह सड़क किनारे खड़े लोगों से बातचीत करने, बैरिकेडिंग के पास चले गये।

इसी दौरान, भीड़ में खड़े हमलावर ने, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को निशानेे पर लेकर, ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोलियां लगते ही, फिको जमीन पर गिर पड़े। सुरक्षाकर्मियों ने प्रधानमंत्री को तुरंत वहां से निकाला और अस्पताल पहुंचाया। हमलावर को भी दबोच लिया गया है।

अस्पताल में, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको की सर्जरी किये जाने की सूचना है। बताया जा रहा है, कि उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुयी है। 59 वर्षीय रॉबर्ट फिको, 2023 में स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री चुने गये हैं। वह लंबे समय से, राजनीतिक दल सोशल डेमोक्रेसी के मुखिया भी हैं।

पीएम फिको को चार गोलियां मारी गयीं

जानकारी के अनुसार, स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को चार गोलियां मारी गयी हैं। ये गोलियां, उनकी छाती और पेट मंें लगी हैं। उन्हें बान्स्का बिस्टिका के अस्पताल में ले जाया गया है।

यूक्रेेन, डब्ल्यूएचओ पर टिप्पणियों से चर्चा में थे पीएम

स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको, रूस-यूक्रेन युद्ध और विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ को लेकर, अपनी टिप्पणियों के चलते, चर्चाओं में रहे हैं। हाल में उन्होंने, कहा था कि वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति चाहते हैं। उन्होंने यूक्रेन के नाटो से मदद लेने पर विरोध जताया था। उनका कहना था कि पश्चिमी देश, यूक्रेन में शांति नहीं चाहते हैं। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन की भी वह समय-समय पर आलोचना करते रहे हैं।

रॉबर्ट का माना जाता है, रूस की ओर झुकाव

स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री का झुकाव रूस की ओर माना जाता है। इसके चलते, वह विरोधियों के निशाने पर भी रहते हैं। फिको, यूक्रेन को किसी भी तरह की सैन्य सहायता देने का विरोध करते रहे हैं। उनका कहना है, कि यूक्रेन को सैन्य मदद देने से क्षेत्र में शांति स्थापित नहीं हो पा रही है।

2023 में, चुनाव प्रचार के दौरान, पीएम रॉबर्ट फिको ने, अपनी पार्टी को अमेरिका विरोधी और रूस समर्थक दिखाया था। उनका कहना था कि वह स्लोवाकिया की अपनी अलग विदेश नीति चाहते हैं, जिस पर अमेरिका या पश्चिमी देशों का हस्तक्षेप नहीं हो।

हाल ही में, प्रधानमंत्री फिको ने, चेकोस्लोवाकिया समेत 20 देशों के, उस समूह में शामिल होने से इनकार कर दिया था, जो यूक्रेन को रूस से युद्ध करने के लिये सैन्य सहायता देना चाहते हैं।

तीसरी बार स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री बने हैं फिको

रॉबर्ट फिको तीसरी बार स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री चुने गये हैं। इससे पहले, 2006 से 2010 और 2012 से 2018 तक, वह स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। सितंबर 2023 में उन्होंने फिर चुनाव जीता। रॉबर्ट फिको, स्लोवाकिया के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने दस साल से अधिक समय तक प्रधानमंत्री पद संभाला है।

1993 में चेकोस्लोवाकिया से अलग हुआ है स्लोवाकिया

स्लोवाकिया, वर्ष 1993 में चेकोस्लोवाकिया से अलग होकर, नया देश बना था। रॉबर्ट फिको, इससे पहले 1992 में पहली बार, चेकोस्लोवाकिया में सांसद चुने गये थे। उन्हें काउंसिल ऑफ यूरोप में नियुक्त किया गया था। 1999 में, फिको ने अपने राजनीतिक दल का गठन किया।

यूरोपीय संसद चुनाव पर दिखेगा असर

जानकारी के अनुसार, स्लोवाकिया प्रधानमंत्री पर हुये हमले का असर, यूरोपीय संसद के प्रस्तावित चुनाव पर नजर आ सकता है। यूरोपीय संसद के चुनाव अगले महीने होने हैं। इस चुनाव में, 27 देशों में चरम दक्षिणपंथी दलों को लाभ मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है।

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