Uttarakhand Disaster: लक्ष्मणझूला क्षेत्र के मोहनचट्टी में मलबे में दबे रिजॉर्ट से मासूम समेत दो और शव बरामद कर लिये गये हैं। रिजॉर्ट में छह लोग मलबे में दबे थे, जिनमें से पांच की मौत हो गयी। एक बच्ची को बचा लिया गया था। सभी लोग एक ही परिवार के थे।
यमकेश्वर के लक्ष्मणझूला क्षेत्र के मोहनचट्टी में सोमवार तड़के नाइट लाइफ पैराडाइज रिजॉर्ट पर भारी मलबा गिर गया था। रिजॉर्ट के कैम्प में ठहरे एक ही परिवार के छह सदस्य यहां मलबे में दब गये थे। इस दौरान कृतिका वर्मा (10) पुत्री कमल वर्मा को बचा लिया गया था। वहीं मोंटी वर्मा (24) का शव बरामद किया गया था।
लक्ष्मणझूला क्षेत्र में सड़क पर गरुड़चट्टी से मोहनचट्टी तक जगह-जगह मलबा होने से राहत टीमों को भी मौके पर पहुंचने में खासी दिक्कतें हुयीं। सोमवार से अभियान शुरू करने के बाद मंगलवार को मलबे में दबे कमल वर्मा (36) और उनकी पत्नी निशा वर्मा (32) के शव भी बरामद कर लिये गये थे।
बुधवार को भी सुबह से रिजॉर्ट में मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया था। दोपहर में मलबे से निर्मित वर्मा (08) पुत्र कमल वर्मा और निशांत वर्मा (18) पुत्र रवि वर्मा के शव भी बरामद कर लिये गये। इस हादसे ने एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जान लेली। ये सभी हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित हुडा सेक्टर 5 के रहने वाले थे।
लक्ष्मणझूला मार्ग खुला: लक्ष्मणझूला मार्ग गरुड़चट्टी से मोहनचट्टी तक कई जगह मलबा आने आए बंद हो गया था। सोमवार रात यहां 300 से ज्यादा यात्री फंस गये थे, जिन्हें पुलिस ने निकाला। अब यहां सड़क पूरी तरह खोल दी गयी है। किसी भी आपात स्थिति के लिये पुलिस यातायात की निगरानी कर रही है।