Uttarakhand Disaster Video: उत्तराखंड में रविवार की भारी बारिश के बाद भूस्खलन से प्रदेशभर में 338 सड़कें बंद हैं। इससे पूरे राज्य में जनजीवन अस्त व्यस्त है। यात्री जहां-तहां फंसे हुये हैं, जबकि स्थानीय नागरिकों को भी आवाजाही में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
उत्तराखंड में बारिश के बाद कई जगह भूस्खलन, बादल फटने और नदियों के उफान से तबाही मची है। रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी में भारी नुकसान हुआ है। जगह-जगह सड़कें बंद होने से लोग परेशान हैं, जबकि राहत बचाव कार्यों में भी दिक्कतें आ रही हैं।
रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के कारण जनपद क्षेत्रान्तर्गत कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग को क्षति पहुंची है। बांसवाड़ा के पास एवं कुण्ड बैराज के पास गुप्तकाशी की ओर सड़क का कुछ हिस्सा भूस्खलन के कारण नदी में समा गया है। इन स्थानों पर भारी वाहनों के आवागमन के लिए जगह नहीं बची है। थाना ऊखीमठ एवं थाना गुप्तकाशी पुलिस के स्तर से इन स्थानों पर सड़क किनारे पत्थरों की मार्किंग की गयी है।
बांसवाड़ा से बष्टी की तरफ जाने वाले पुल के पास मार्ग धंस गया है। यहां सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया है, जिसके बाद यहां आवाजाही ठप है। उधर, जिले में अलकनन्दा एवं मन्दाकिनी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। इन दोनों नदियों ने काफी विकराल रूप धारण किया हुआ है, जिससे कहीं-कहीं पर काफी भू कटाव भी हो रहा है।
जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से नदियों की तरफ न जाने, सुरक्षित स्थानों पर ही रहने व अनावश्यक सफर न करने की निरन्तर अपील की जा रही है। दूसरी ओर, चमोली जिले में भी सड़कों का बुरा हाल है। बद्रीनाथ मार्ग पूरी तरह बंद है। यहां थराली और मायापुर क्षेत्र में भारी तबाही मची है।
उधर, प्रदेशभर में लगभग सभी जगह सड़कें बंद होने की सूचनाएं हैं। जानकारी के अनुसार पूरे उत्तराखंड में अभी 338 सड़कें बंद हैं। लोक निर्माण विभाग की ओर से इन सड़कों को खुलवाने के लिये 300 जेसीबी लगायी गयी हैं। अब भी मलबा गिरने और कई जगह सड़कों के बह जाने से मरम्मत कार्य में भी दिक्कतें आ रही हैं।
राज्य में दो नेशनल हाईवे, 39 स्टेट हाईवे, 17 मुख्य जिला मार्ग, 16 जिला मार्ग, 146 ग्रामीण सड़कें और 116 प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के मार्ग मलबा आने से पूरी तरह बंद हैं। इन्हें खोलने के प्रयास चल रहे हैं।