Uttarakhand Disaster Video: पंचकेदार में शामिल भगवान मदमहेश्वर धाम में रविवार की भारी बरसात के बाद 250 से अधिक यात्री फंस गये हैं। मंगलवार से इन यात्रियों को निकालने का अभियान शुरू हुआ। देर शाम तक 52 यात्री मदमहेश्वर घाटी से निकाल लिये गये थे।
मदमहेश्वर धाम में बीते दिनों बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। रविवार रात को भारी बारिश के चलते 250 से अधिक श्रद्धालु धाम के आसपास ही रुक गये थे। सोमवार को ये लोग लौटने के लिये निकले, लेकिन पता चला कि बनतोली में मदमहेश्वर घाटी को जोड़ने वाला पुल बह गया है।
यहां मधुगंगा नदी और अन्य गदेरों के उफान पर होने के कारण यात्रियों के लिये पार जा पाना सम्भव नहीं था। ऐसे में यात्री धाम की ओर लौटने लगे। कई यात्री घाटी के जंगलों में ठहरे हुये थे। सूचना के उपरान्त एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें वहाँ पहुँच गयी थीं। अत्यधिक बारिश होने के कारण व नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण रेस्क्यू कार्य शुरू नहीं हो पा रहा था।
मंगलवार को बारिश थमने और नदी का जलस्तर कम होने पर एसडीआरएफ व डीडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ कर यात्रियों को सुरक्षित निकालने का कार्य किया गया है। देर शाम तक कुल 52 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
देर शाम समय मौसम के खराब होने के कारण रेस्क्यू को रोक दिया गया है। अब बुधवार को राहत बचाव अभियान फिर शुरू होगा। उधर, मदमहेश्वर घाटी में स्थानीय लोगों के द्वारा फंसे लोगों की निरन्तर आवश्यक मदद की जा रही है। मन्दिर के पुजारियों की ओर से भी यात्रियों को राशन मुहैया करवाया गया है।
हेलीकॉप्टर नहीं उड़ सका: मदमहेश्वर घाटी में फंसे यात्रियों को निकालने के लिये जिला पुलिस-प्रशासन की ओर से हेलीकॉप्टर उड़ान का प्रयास किया गया। लेकिन, मौसम खराब होने और घाटी में घनी धुंध छाने के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। अब बुधवार को मौसम साफ होने पर हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू के प्रयास किये जायेंगे।