Voter Turnout In Uttarakhand: उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटों के लिये मतदान पूरा हो चुका है। अब मतदाताओं समेत उम्मीदवारों को चार जून का इंतजार है, जब नतीजे सामने आयेंगे। राज्य में इस बार मतदान प्रतिशत पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले गिर गया है।

उत्तराखंड में विधानसभावार मतदान प्रतिशत के आंकड़ों पर नजर डालें तो सल्ट विधानसभा क्षेत्र सबसे पीछे रह गया है, जबकि हरिद्वार ग्रामीण उत्तराखंड में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाला विधानसभा क्षेत्र बनकर उभरा है।

उत्तराखंड में शुक्रवार को पांच संसदीय सीटों गढ़वाल, टिहरी, नैनीताल ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और अल्मोड़ा के लिये मतदान हुआ। इन पांचों सीटों के लिये भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य दलों व निर्दलीयों को मिलाकर कुल 55 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।

मतदान से दो दिन पहले यानी 17 अप्रैल को चुनाव प्रचार थम गया था। इसके साथ ही, बुधवार से ही पोलिंग पार्टियों को राज्यभर में मतदान केंद्रों पर भेजना शुरू कर दिया गया था। शुक्रवार को सुबह सात बजे से मतदान प्रक्रिया आरंभ हुयी, लेकिन शाम पांच बजे तक प्रक्रिया पूरी होने के बाद मतदान प्रतिशत उम्मीदों के अनुरूप नहीं नजर आया।

इस बार उत्तराखंड में 53.77 प्रतिशत ही मतदान दर्ज किया गया है। राज्य में कई बूथों से मतदाताओं ने पूरी तरह दूरी बनाये रखी। राज्य के नेताओं और दलों से उनकी नाराजगी बनी हुयी है।

शाम छह बजे तक जारी किये गये अपडेट आंकड़ों के बाद चुनाव आयोग ने उत्तराखंड के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत भी जारी कर दिया है। इन आंकड़ों पर नजर डालें तो साफ होता है कि इस चुनाव में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के मतदाता उदासीन रहे, हालांकि मैदानी क्षेत्रों में ठीक मतदान हुआ है।

70 विधानसभा क्षेत्रों में अल्मोड़ा जिले का सल्ट क्षेत्र मतदान प्रतिशत के मामले में उत्तराखंड में सबसे पीछे रहा। यहां शाम तक महज 31.10 प्रतिशत ही मतदान दर्ज किया गया। यानी क्षेत्र के 70 प्रतिशत मतदाता लोकसभा चुनाव में अपना सांसद चुनने के लिये मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंचे।

वहीं, हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में उत्तराखंड का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया। हरिद्वार ग्रामीण में शुक्रवार शाम पांच बजे तक 73.21 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। हरिद्वार संसदीय क्षेत्र के ही भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 67.13 फीसदी रहा।

लैंसडौन, घनसाली, प्रतापनगर, देवप्रयाग 40 प्रतिशत से नीचे

उत्तराखंड में सल्ट विधानसभा क्षेत्र में तो सबसे कम मतदान हुआ है, वहीं चार अन्य पर्वतीय विधानसभा क्षेत्रों में भी लोकसभा चुनाव 2024 का मतदान प्रतिशत 40 प्रतिशत से कम दर्ज किया गया है।

इनमें पौड़ी संसदीय क्षेत्र में शामिल लैंसडौन और देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र और टिहरी संसदीय क्षेत्र में आने वाले प्रतापनगर व घनसाली विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। शाम छह बजे तक अपडेट आंकड़ों के अनुसार लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र में 39.10 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं, देवप्रयाग में 37.60 प्रतिशत ही मतदान दर्ज किया गया है।

दूसरी ओर, प्रतापनगर में 37.41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि घनसाली में मतदान प्रतिशत 39.50 फीसदी रहा। हालांकि, चुनाव आयोग के आंकड़े लगातार अपडेट हो रहे हैं, ऐसे में यह प्रतिशत और बढ़ सकता है।

21 विधानसभा क्षेत्रों में 50 प्रतिशत से कम रहा मतदान

उत्तराखंड के 21 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत 50 प्रतिशत से कम रहा। अल्मोड़ा विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 43 फीसदी रहा, बागेश्वर में 46 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। भीमताल में मतदान प्रतिशत 48 रहा। पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र में 40.62 प्रतिशत ही मतदाता घरों से निकले।

राजधानी देहरादून के देहरादून कैंट क्षेत्र में 49.80 प्रतिशत ही मतदान दर्ज किया गया। टिहरी के धनोल्टी में 45.26 फीसदी मतदाताओं ने वोट दिया है। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में मतदान प्रतिशत 48.70 फीसदी रहा। इसी जिले की डीडीहाट विधानसभा सीट पर 49.20 प्रतिशत मतदाता ही मतदान केंद्रों तक पहुंचे।

अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में 42.10 प्रतिशत मतदान हुआ है। गंगोलीहाट में मतदान प्रतिशत 46 प्रतिशत रहा। जागेश्वर में 45.20 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया, जबकि बागेश्वर के कपकोट में 44 फीसदी वोटर ही मतदान केंद्रों तक पहुंचे।

चम्पावत के लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को 46.20 मतदाताओं ने ही अपना सांसद चुना। टिहरी के नरेंद्रनगर में मतदान प्रतिशत 45 फीसदी दर्ज किया गया है। दूसरी ओर, गढ़वाल मुख्यालय पौड़ी में मतदान प्रतिशत महज 40.02 प्रतिशत रहा। देहरादून के राजपुर रोड क्षेत्र में भी मतदान प्रतिशत 49.38 प्रतिशत ही रहा।

अल्मोड़ा जिले के रानीखेत विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 40 प्रतिशत से आगे नहीं बढ़ सका। सोमेश्वर में 44.48 प्रतिशत मतदाताओं ने ही मतदान केंद्रों तक आने में दिलचस्पी दिखायी। टिहरी विधानसभा क्षेत्र में 44.16 तो चमोली के थराली में 46.30 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। वहीं, पौड़ी जिले के यमकेश्वर में 41.50 प्रतिशत ही मतदान हुआ।

50 से साठ प्रतिशत मतदान प्रतिशत पर ये क्षेत्र

गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में शामिल बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र में 51.50 प्रतिशत मतदान हुआ है। नैनीताल ऊधमसिंह नगर सीट के बाजपुर में मतदान प्रतिशत 57.25 रहा। चमोली जिले के कर्णप्रयाग में मतदान प्रतिशत 50.40 फीसदी दर्ज किया गया है। पिथौरागढ़ विधानसभा क्षेत्र 50.08 प्रतिशत के आंकड़े पर पहुंचा है।

टिहरी सीट पर चकराता में 50.50 प्रतिशत मतदान हुआ। सीएम पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र में चम्पावत में मतदान प्रतिशत 55.10 प्रतिशत रहा। देहरादून के धर्मपुर में 51.80 प्रतिशत मतदाता मतदान केंद्रों तक पहुंचे। जिले के ही डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में 57.20 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।

गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 51.25 प्रतिशत रहा। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में 57.90 फीसदी मतदान हुआ है। हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 54 प्रतिशत रहा। नैनीताल जिले के कालाढूंगी में 55.60 प्रतिशत मतदाता घरों से निकले, जबकि ऊधमसिंह नगर के जसपुर में मतदान प्रतिशत 60.05 रहा।

नैनीताल ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र के काशीपुर में 54.40 प्रतिशत मतदान हुआ। केदारनाथ में मतदान प्रतिशत 55.18 प्रतिशत रहा। हरिद्वार के खानपुर में 58.60 मतदाताओं ने मतदान किया। गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 58.50 प्रतिशत दर्ज किया गया है।

टिहरी संसदीय क्षेत्र में शामिल मसूरी विधानसभा क्षेत्र में 53 फीसदी मतदाता मतदान केंद्रों पर पहुंचे, जबकि नैनीताल में मतदान प्रतिशत 51.67 प्रतिशत रहा। उत्तरकाशी के पुरोला में 53.70 प्रतिशत और देहरादून के रायपुर में 53 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। देहरादून जिले के ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र और हरिद्वार जिले के रुड़की, दोनों में ही मतदान प्रतिशत एकसमान 51.30 प्रतिशत रहा।

रुद्रप्रयाग में 53.02 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना सांसद चुना है। गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत 53 प्रतिशत रहा। वहीं यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को 52.72 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिये मतदान केंदों तक पहुंचे।

60 प्रतिशत से अधिक मतदान इन क्षेत्रों में रहा

उत्तराखंड के जिन विधानसभा क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव 2024 के लिये मतदान प्रतिशत 60 फीसदी से अधिक रहा, उनमें अधिकतर हरिद्वार संसदीय क्षेत्र से हैं। भगवानपुर में मतदान प्रतिशत 67.13 प्रतिशत रहा, जबकि बीएचईएल रानीपुर में 60 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।

नैनीताल ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र के गदरपुर में 66.80 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। इसी सीट पर सीएम पुष्कर सिंह धामी के गृहक्षेत्र खटीमा में मतदान प्रतिशत 64.20 रहा। हरिद्वार के झबरेड़ा में मतदान प्रतिशत 64.13 प्रतिशत रहा। इसी तरह ज्वालापुर में 64.30 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है।

नैनीताल ऊधमसिंह नगर के किच्छा में मतदान प्रतिशत 62.10 प्रतिशत रहा। हरिद्वार के लक्सर में 60 फीसदी मतदान हुआ है। नैनीताल ऊधमसिंह नगर के लालकुआं में मतदान प्रतिशत 60.50 प्रतिशत दर्ज किया गया। हरिद्वार के मंगलौर में 61.30 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल सांसद चुनने में किया।

नैनीताल ऊधमसिंह नगर सीट के नानकमत्ता विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को मतदान प्रतिशत 63.40 प्रतिशत रहा। हरिद्वार के पिरान कलियर में 61.42 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। नैनीताल जिले में स्थित, लेकिन गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में शामिल रामनगर में मतदान प्रतिशत 60.82 प्रतिशत रहा।

ऊधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में मतदान प्रतिशत 60 फीसदी रहा। सितारगंज में 69 प्रतिशत मतदाताओं ने सांसद चुना है। देहरादून जिले के विकासनगर में 62.50 प्रतिशत मतदाता मतदान करने पहुंचे।

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