BSP Candidate Chandauli: लोकसभा चुनाव 2024 के लिये नामांकन प्रक्रिया के दौरान, उत्तर प्रदेश से अजब वाकया सामने आया है। यहां चंदौली में नामांकन कराने के लिये जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे, बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार, पिस्टल लेकर पहुंच गये। हालांकि, गेट पर चेकिंग के दौरान उन्हें रोक लिया गया। पिस्टल लाइसेंसी होने से, जांच के बाद उन्हें जाने दिया गया।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश की चंदौली लोकसभा सीट पर सातवें चरण में मतदान होना है। बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट पर सत्येंद्र कुमार मौर्य को उम्मीदवार बनाया है। सत्येंद्र कुमार मौर्य ने बुधवार को जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। लेकिन, गुरुवार को, नामांकन के लिये जाने के दौरान का उनका एक वीडियो वायरल हो गया है।
(सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो)
वायरल हुये वीडियो में, सत्येंद्र कुमार मौर्य अपने प्रस्तावकों के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर जाते दिख रहे हैं। इसी बीच गेट पर पुलिस ने जब उन्हें चेकिंग के लिये रोका, तो पता चला कि प्रत्याशी मौर्य अपनी कमर पर पिस्टल लगाकर आये हैं। इस पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
प्रत्याशी मौर्य ने पुलिस को बताया कि उनकी पिस्टल लाइसेंसी है। लाइसेंस की जांच करने के बाद, पुलिस ने उन्हें पिस्टल लौटा दी और उन्हें नामांकन के लिये भीतर जाने दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उन्हें चुनाव के दौरान, लाइसेंसी पिस्टल को कहीं भी साथ नहीं ले जाने की हिदायत भी दी।
जल्दबाजी में पिस्टल निकालना भूल गये
इस संबंध में, सत्येंद्र कुमार मौर्य का कहना है कि उनका शस्त्र लाइसेंस 18 साल पुराना है। उनका कहना है कि वह जिस वक्त नामांकन कराने के लिये पहुंचे, दोपहर के तीन बजने वाले थे। नामांकन के लिये कुछ ही समय शेष रह गया था। ऐसे में जल्दबाजी में वह कार से उतरे और सीधे कार्यालय की ओर जाने लगे। बताया कि पुलिस ने लाइसेंस जांच की, जो सही पाया गया।
लोकसभा सामान्य निर्वाचन में नामांकन स्थल से 200 मीटर की दूरी पर चेकिंग के दौरान प्रत्याशी से प्राप्त लाइसेंसी पिस्टल के सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक सदर का अधिकारिक वक्तव्य pic.twitter.com/ds06ONTFse
— Chandauli Police (@chandaulipolice) May 8, 2024
हड़बड़ाहट में गिर गयी थी पिस्टल
बसपा उम्मीदवार सत्येंद्र कुमार मौर्य को जब निर्वाचन कार्यालय के गेट पर रोका गया, तो उन्होंने पिस्टल निकालकर अपने एक सहयोगी को देनी चाही। लेकिन, इस दौरान हड़बड़ी में पिस्टल उनके हाथ से छूटकर गिर गयी। पुलिस ने बाद में, लाइसेंस और असलहा नंबर का मिलान किया, जिसमें पिस्टल वैध पायी गयी।
वाराणसी पुलिस को भेजी जा रही रिपोर्ट
चंदौली पुलिस के एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि संबंधित पिस्टल जांच में सही निकली, जिसे प्रत्याशी को लौटा दिया गया है। बताया कि इस पिस्टल का लाइसेंस वाराणसी से जारी किया गया है। ऐसे में प्रकरण की पूरी जानकारी, वाराणसी पुलिस के साथ साझा की जा रही है।
चंदौली में 14 मई तक होने हैं नामांकन
चंदौली में नामांकन की प्रक्रिया सात मई से शुरू हुयी है, जो 14 मई तक चलेगी। बीच में 11 और 12 मई को दो दिन अवकाश भी रहेगा। नामांकन पत्रों की जांच के लिये 15 मई का दिन निर्धारित किया गया है। 17 मई को नामांकन वापसी का दिन रखा गया है। इसके बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किये जायेंगे।
अब तक 25 प्रत्याशियों ने खरीदे हैं नामांकन पत्र
जानकारी के अनुसार, चंदौली जिला निर्वाचन कार्यालय से अब तक 25 उम्मीदवारों के लिये नामांकन पत्र खरीदे जा चुके हैं। इनमें भारतीय जनता पार्टी से निवर्तमान सांसद डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय, समाजवादी पार्टी से वीरेंद्र सिंह शामिल हैं। डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी संजय सिंह चौहान को शिकस्त दी थी।
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