Pawan Singh: बंगाल में ममता बनर्जी को चुनौती पेश करने की कोशिश कर रही भाजपा को झटका लगा है। प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के 24 घण्टे के भीतर ही, आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाये गये पवन सिंह ने, चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। पवन ने हालांकि इसकी वजह अभी साफ नहीं की है।
भाजपा ने शनिवार, 02 मार्च 2024 को लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। भाजपा की इस पहली सूची में 195 प्रत्याशियों के नाम घोषित किये गये। इनमें पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से भाजपा ने भोजपुरी स्टार पवन सिंह को उम्मीदवार बनाया था।
शीर्ष नेतृत्व को दिल से धन्यवाद. @narendramodi @AmitShah @JPNadda @TawdeVinod @mangalpandeybjp @BJPBengal @ArunSinghbjp @amitmalviya @DrSukantaBJP @SuvenduWB pic.twitter.com/56XV2Fe4SL
— Pawan Singh (@PawanSingh909) March 2, 2024
उम्मीदवारी की घोषणा के बाद, मूलतः बिहार निवासी पवन सिंह ने भी पार्टी का आभार जताया। लेकिन घोषणा के 24 घण्टे भी पूरे नहीं हुए और पवन ने अपना मन बदल लिया है। पवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किये एक ट्वीट में साफ किया है कि वह आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
03 मार्च की दोपहर एक बजे किये इस ट्वीट में पवन ने अपने इस फैसले के पीछे कोई वजह साफ नहीं की है। लेकिन, बताया जा रहा है कि टिकट की घोषणा के साथ ही विपक्षी दलों ने जिस तरह, उन्हें बंगाल और बंगाली विरोधी बताने का अभियान सा छेड़ दिया, उसके कारण उन्होंने चुनाव मैदान से पैर वापस खींच लेना ही बेहतर समझा है।
हालांकि, पवन के चुनाव नहीं लड़ने के अनुरोध पर पार्टी का क्या रुख रहता है, यह अभी साफ नहीं है। भाजपा पश्चिम बंगाल इकाई के सोशल मीडिया हैंडल्स पर अब भी आसनसोल से पवन को प्रत्याशी बनाने पर खुशी जतायी जा रही है। वहीं, BJP4INDIA पर भी अभी इस पर कोई निर्णय लिए जाने की जानकारी अपडेट नहीं हुयी है।
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हु।
— Pawan Singh (@PawanSingh909) March 3, 2024
पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया लेकिन किसी कारण वश में आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा…@JPNadda
नड्डा ने पवन को दिल्ली बुलाया
बताया जा रहा है कि चुनाव लड़ने से इनकार की जानकारी पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पवन सिंह को दिल्ली बुला लिया है। सम्भावना है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें अपना फैसला बदलकर चुनाव मैदान में उतरने के लिये मना लेगी। इसके बावजूद पवन अगर नहीं माने, तो पार्टी को उनका विकल्प तलाशना होगा।
पूर्व भाजपा सांसद और अब तृणमूल नेता बाबुल सुप्रियो के हमलों से आहत हुये पवन!
पवन सिंह को आसनसोल से भाजपा प्रत्याशी घोषित करने पर तृणमूल कांग्रेस नेता बाबुल सुप्रियो ने उन पर हमला शुरू कर दिया था। बाबुल आसनसोल सीट से 2014 और फिर 2019 में भी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद तक पहुंचे थे। उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया था।
लेकिन, 2021 में बाबुल ने भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। वह वर्तमान में तृणमूल के विधायक हैं। बाबुल के पार्टी छोड़ने के बाद हुये उपचुनाव में आसनसोल सीट से तृणमूल ने बॉलीवुड स्टार और पूर्व भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट दिया। वर्तमान में शत्रुघ्न सिन्हा ही यहां से सांसद हैं।
पवन को टिकट मिलने के बाद, बाबुल ने सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट कर, पवन के पुराने भोजपुरी एलबमों का जिक्र करते हुये भाजपा को बंगाल विरोधी बताया। हालांकि, बाबुल ने व्यक्तिगत तौर पर पवन पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उनकी फिल्मों-एलबमों के पोस्टर जारी किये। बाबुल ने भाजपा पर यह भी सवाल उठाया कि बीते 10 साल में पार्टी ने किसी बंगाली नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी है।
Have always said, that BJP is anti-Bengali – the fact that they didn't give a cabinet seat to any Bengali in the 10 years they are in power is proof enough for that but now fielding Pawan Singh frm Asansol shows their insensitivity against Bengali women•In terms of offending… https://t.co/KElTTnT3tF
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) March 2, 2024
हजारीबाग सांसद सिन्हा भी कर चुके इनकार
बिहार की हजारीबाग संसदीय सीट से सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता जयंत सिन्हा भी इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं। सिन्हा का कहना है कि वह पर्यावरण संरक्षण पर काम करना चाहते हैं और इसके लिये वह राजनीतिक दायित्व से मुक्ति चाहते हैं। हालांकि, वह पार्टी की समय-समय पर मदद करते रहेंगे।
I have requested Hon’ble Party President Shri @JPNadda ji to relieve me of my direct electoral duties so that I can focus my efforts on combating global climate change in Bharat and around the world. Of course, I will continue to work with the party on economic and governance…
— Jayant Sinha (Modi Ka Parivar) (@jayantsinha) March 2, 2024