Uttarakhand Congressउत्तराखंड में कांग्रेस ने पांच में से दो लोकसभा क्षेत्रों हरिद्वार और नैनीताल पर अब तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। बताया जा रहा है कि बुधवार को पार्टी इन दोनों सीटों पर अपने चेहरे सामने ला सकती है। लेकिन, टिकट के ऐलान से ऐन पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चर्चाओं में हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट और एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि वह किंकर्तव्यविमूढ़ स्थिति में हैं।

उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटों के लिये मतदान 19 अप्रैल को पहले चरण में होना है। भारतीय जनता पार्टी राज्य की पांचों सीटों के लिये अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, वहीं कांग्रेस में अब तक हरिद्वार और नैनीताल संसदीय सीटों पर असमंजस की स्थिति बनी हुयी है। पार्टी के कद्दावरों के बीच जारी अंदरूनी रस्साकशी के चलते केंद्रीय नेतृत्व इन सीटों पर अंतिम मुहर नहीं लगा पा रहा है।

कब से शुरू होना है लोकसभा चुनाव

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी फेसबुक पोस्ट और ट्वीट से चर्चाओं में है। अपनी पोस्ट में रावत ने लिखा है कि 20 जनवरी, यानी बुधवार को हैप्पीनेस डे है। उन्होंने समर्थकों और राज्यवासियों से कहा कि हैप्पीनेस डे पर आप भी खुश रहें, लेकिन मैं पिछले दो-तीन दिन से खुद को अर्जुन की स्थिति में पा रहा हूं।

हाथ में धनुष भी है, तूणीर में बाण भी

हरीश रावत ने लिखा है कि उनके हाथ में धनुष भी है, तूणीर में बाण भी हैं, सामने चुनाव की चुनौती भी है। इसके बावजूद वह किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में हैं। उन्होंने समर्थकों, राज्यवासियों से पोस्ट में अपील की है कि वे हैप्पीनेस डे पर उन्हें शुभकामनाएं दें। लिखा है- आप सबकी शुभकामनाएं शायद मेरी कुछ मदद कर सकें।

कांग्रेस की अंदरूनी सियासत की ओर इशारा

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पोस्ट को कांग्रेस की अंदरूनी सियासत की ओर इशारा मानकर देखा जा रहा है। रावत ने लिखा है- मैं हमेशा खुश रहने का प्रयास करता हूं। जीवन के कठिनतम दौर में भी मुस्कुराहट ने मेरा साथ नहीं छोड़ा।

रहीम के दोहे को बताया अपना मार्गदर्शक

रावत ने लिखा है कि मैंने रहीम के दोहे को अपने जीवन का मार्गदर्शक बना लिया है। चाह गयी चिंता मिटी, मनुआ बेपरवाह, जिनको कछु न चाहिये, वे साहन के साह। हरदा ने जिस तरह टिकट घोषणा से पहले इस दोहे का जिक्र किया है, उसे लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। अब, रावत की इस पोस्ट का केंद्रीय नेतृत्व पर कितना असर होता है, यह प्रत्याशी घोषणा के बाद ही साफ होगा।

केंद्रीय नेतृत्व संग बैठक के बाद पोस्ट

हरीश रावत ने एक दिन पहले ही दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लिया था। बताया जा रहा है कि इस बैठक में अन्य राज्यों में चुनावी रणनीति पर चर्चा की गयी है, लेकिन उत्तराखंड की दोनों सीटों पर बात नहीं की गयी। इस बैठक के कुछ समय बाद ही हरीश रावत की पोस्ट के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।

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आज हो सकती है उम्मीदवारों की घोषणा

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी नेताओं के बीच चल रहे अंदरूनी घमासान को थामने की कोशिशों के बीच, चुनाव में जाने के लिये लगातार कम हो रहे समय को देखते हुये, पार्टी बुधवार यानी 20 मार्च 2024 को नैनीताल और हरिद्वार, दोनों ही सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं से लेकर समर्थक तक पार्टी नेतृत्व के ऐलान का इंतजार कर रहे हैं।

हरिद्वार सीट पर इनके बीच टिकट की दौड़

हरिद्वार संसदीय सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अपने बेटे वीरेंद्र रावत के टिकट की पैरवी करने की चर्चाएं हैं। वह खुद भी हरिद्वार से 2009 में सांसद चुने जा चुके हैं, ऐसे में पार्टी के सामने वह स्वयं भी टिकट दावेदार माने जा रहे हैं। दूसरी ओर, हरिद्वार से पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत लगातार दावेदारी करते रहे हैं, जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन सिंह माहरा भी यहां से टिकट के लिये दिल्ली में डटे हुये हैं।

हरीश खुद चुनाव लड़ें तो ही हटेंगे माहरा!

जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी केंद्रीय नेतृत्व से कहा है कि वह सिर्फ एक ही स्थिति में हरिद्वार से दावा वापस लेने के लिये तैयार हैं, अगर हरीश रावत स्वयं यहां से चुनाव लड़ने को तैयार हों। बताया जा रहा है कि वह हरीश के पुत्र वीरेंद्र रावत के नाम पर अपने कदम खींचने को तैयार नहीं हैं।

नैनीताल सीट पर इनके नामों की हो रही चर्चा

नैनीताल संसदीय सीट पर भी कांग्रेस के टिकट के लिये उप नेता प्रतिपक्ष और खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने दावा किया है। कापड़ी ने बीते विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शिकस्त दी थी। इनके अलावा हरीश रावत के मुख्यमंत्रित्वकाल में उनके औद्योगिक सलाहकार रह चुके रंजीत सिंह रावत, प्रकाश जोशी और महेंद्र पाल भी दावेदार हैं।

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