Voter Turnout Uttarakhand 2024: उत्तराखंड की पांच संसदीय सीटों पर मतदान के बाद अपडेट आंकड़ा अब सामने आ गया है। शुक्रवार देर शाम तक जारी मतदान प्रतिशत अंतिम अपडेट के बाद दो प्रतिशत बढ़ गया है। उत्तराखंड में कुल मतदान प्रतिशत 55.89 प्रतिशत रहा, जो लोकसभा चुनाव 2019 से छह प्रतिशत कम है।

उत्तराखंड में शुक्रवार को पांच संसदीय सीटों, अल्मोड़ा, हरिद्वार, गढ़वाल, टिहरी और नैनीताल ऊधमसिंह नगर के लिये मतदान हुआ था। शुक्रवार देर शाम तक जारी आंकड़ों के अनुसार 53.77 प्रतिशत मतदान का अनुमान लगाया गया था, देर रात सभी पोलिंग बूथों से अपडेट जानकारी आने के बाद कुल मतदान प्रतिशत 55.89 प्रतिशत रहा।

उत्तराखंड की पांचों संसदीय सीटों के मतदान प्रतिशत पर नजर डालें तो अल्मोड़ा संसदीय सीट सबसे पीछे रह गयी है। अल्मोड़ा में सबसे कम 46.94 प्रतिशत ही मतदान दर्ज किया गया है। सर्वाधिक मतदान हरिद्वार संसदीय सीट पर हुआ है। यहां 62.36 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।

हरिद्वार सीट पर हरिद्वार ग्रामीण सबसे अव्वल

हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में हरिद्वार-देहरादून के 14 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। यहां भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कांग्रेस से पूर्व सीएम हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र सिंह रावत के बीच सीधी टक्कर रही। मतदान प्रतिशत की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा 73.21 प्रतिशत मतदान हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में दर्ज हुआ।

भगवानपुर में 69.58, बीएचईएल रानीपुर में 60, धर्मपुर में 51.8, डोईवाला में 57.45, हरिद्वार में 54.84, झबरेड़ा में 67, ज्वालापुर में 69.5, खानपुर में 68.45, लक्सर में 72 प्रतिशत मतदान हुआ। मंगलौर में 63.20, पिरान कलियर में 70.01, ऋषिकेश में 51.80 प्रतिशत और रुड़की में 59.40 प्रतिशत मतदान हुआ है।

गढ़वाल सीट पर रामनगर ने मारी बाजी

गढ़वाल संसदीय सीट पर भाजपा से पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी और कांग्रेस से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बीच मुकाबला रहा। गढ़वाल सीट में पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिलों के 14 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। यहां रामनगर 61.60 प्रतिशत मतदान के साथ सबसे आगे रहा।

बद्रीनाथ में 55.63, चौबट्टाखाल में 40.62, देवप्रयाग में 41.78 प्रतिशत, कर्णप्रयाग में 52.37, केदारनाथ में 56.70, कोटद्वार में 58.50 और लैंसडौन में 40.10 प्रतिशत मतदान हुआ। नरेंद्रनगर में 48, पौड़ी में 46.65, रुद्रप्रयाग में 53.02, श्रीनगर में 53.01, थराली में 50.89 प्रतिशत और यमकेश्वर में 43.20 प्रतिशत मतदान हुआ है।

नैनीताल ऊधमसिंह नगर में सितारगंज का रहा जलवा

नैनीताल ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट पर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट और कांग्रेस से राहुल गांधी के करीबी प्रकाश जोशी में मुकाबला रहा। मतदान प्रतिशत के मामले में यहां के 14 विधानसभा क्षेत्रों में सितारगंज का जलवा रहा। सितारगंज में 70.15 प्रतिशत मतदाता अपना सांसद चुनने मतदान केंद्रों पर पहुंचे।

बाजपुर में 61.46, भीमताल में 55.50, गदरपुर में 67.92, हल्द्वानी में 58.50, जसपुर में 63.07, कालाढूंगी में 60, काशीपुर में 56.70 प्रतिशत मतदान हुआ। खटीमा में 64.50, किच्छा में 62.50, लालकुआं में 60.50, नैनीताल में 51.67, नानकमत्ता में 65.71 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। रुद्रपुर में 60.50 मतदान प्रतिशत रहा।

टिहरी में विकासनगर क्षेत्र में सर्वाधिक मतदान

टिहरी संसदीय सीट पर भाजपा से निवर्तमान सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह और कांग्रेस से पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला उम्मीदवार रहे। इस सीट पर टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून जिलों के 14 विधानसभा क्षेत्रों में विकासनगर 64.70 प्रतिशत मतदान के साथ सर्वाधिक मतदान वाला विधानसभा क्षेत्र रहा।

चकराता में 51.50, देहरादून कैंट में 50.23, धनोल्टी में 45.26, गंगोत्री में 54, घनसाली में 41.50 प्रतिशत मतदान हुआ। मसूरी में 53, प्रतापनगर में 41.65, पुरोला में 57.50, रायपुर में 54.01, राजपुर रोड में 49.38, सहसपुर में 62.12, टिहरी में 44.16 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यमुनोत्री में 52.72 प्रतिशत मतदान हुआ।

अल्मोड़ा में सीएम धामी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदान

अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों के 14 विधानसभा क्षेत्रों में विस्तृत इस सीट पर भाजपा से निवर्तमान सांसद अजय टम्टा और कांग्रेस से पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा मैदान में रहे। यहां सबसे ज्यादा मतदान सीएम पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत में हुआ। यहां 56 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

अल्मोड़ा में 44, बागेश्वर में 51, धारचूला में 48.70, डीडीहाट में 49.20, द्वाराहाट में 45.30, गंगोलीहाट में 46, जागेश्वर में 45.25 प्रतिशत मतदान हुआ है। कपकोट में 51.43, लोहाघाट में 46.22, पिथौरागढ़ में 50.32, रानीखेत में 41.50, सोमेश्वर में 48.18 प्रतिशत वोट पड़े। प्रदेश में सबसे कम 32 प्रतिशत मतदान सल्ट क्षेत्र में हुआ।

एक्जिट पोल पर एक जून तक प्रतिबंध

चुनाव आयोग ने पहले चरण का मतदान होने के साथ ही, विभिन्न मीडिया माध्यमों पर एक्जिट पोल दिखाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। 19 अप्रैल से आरंभ हुआ यह प्रतिबंध एक जून 2024 की शाम साढ़े छह बजे तक जारी रहेगा। यानी, अब समाचार माध्यमों पर एक जून की शाम को ही चुनावी नतीजों का रूझान देखा जा सकेगा।

देर रात तक जारी रहा पोलिंग पार्टियों के पहुंचने का सिलसिला

शुक्रवार को मतदान संपन्न होने के बाद पोलिंग बूथों से पोलिंग पार्टियों के अपने-अपने मुख्यालयों पर पहुंचने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। दूरस्थ क्षेत्रों में गयी पोलिंग पार्टियों को पहुंचने में शनिवार तड़के तक का समय लगा। सभी जिलों में पोलिंग पार्टियों से ईवीएम लेने के बाद स्ट्रांग रूमों में रखवा दी गयी हैं।

 

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