Haldwani Violence Mastermind: हल्द्वानी दंगे के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के खिलाफ नैनीताल प्रशासन, पुलिस की ओर से कड़ी कार्रवाई की गयी है। मलिक की सम्पत्ति कुर्क कर दी गयी है। दंगे के बाद से फरार अन्य आरोपियों के खिलाफ भी जल्द कुर्की की कार्रवाई की जायेगी।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 08 फरवरी की शाम मलिक का बगीचा से अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस, निगम टीम पर हमला कर दिया था। इस दौरान जमकर पथराव, आगजनी की गयी, जिसमें 300 से अधिक पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी और अन्य घायल हो गये थे। आरंभिक जांच के बाद आजादनगर निवासी अब्दुल मलिक को पूरे दंगे का मास्टरमाइंड माना गया।
अतिक्रमणमुक्त करवाई गई जमीन पर लंबे समय से मलिक का ही परिवार काबिज था। 30 जनवरी को अतिक्रमण हटाने का नोटिस देने गये नगर आयुक्त के साथ भी मलिक की बहस हुई थी। इसके बाद 08 फरवरी को अतिक्रमण ढहाने के दौरान उपद्रवियो ने हमला कर दिया था। माना जा रहा है कि नोटिस मिलने के बाद ही दंगे की तैयारी कर ली गयी थी।
अब्दुल मलिक, उसका बेटा अब्दुल मोईद, निवर्तमान स्थानीय पार्षद शकील अंसारी, जियाउल रहमान, मोकिन सैफी, रईस उर्फ दत्तू, तस्लीम, अयाज अहमद, वसीम उर्फ हप्पा दंगे के बाद से फरार हैं। पुलिस इन्हें भगोड़ा और वांछित घोषित कर चुकी है। कोर्ट से इनके गैरजमानती वारंट भी पुलिस हासिल कर चुकी है।
बीते दिनों नगर निगम ने दंगे में हुए नुकसान के आकलन के बाद मलिक को 15 फरवरी तक 2.44 करोड़ रुपये जमा करवाने का नोटिस जारी किया था। यह रकम अब तक जमा नहीं हुई है। शुक्रवार शाम नैनीताल पुलिस ने मलिक समेत नौ फरार वांछितों के पोस्टर शहरभर में चस्पा कर दिये। उनकी जानकारी देने के लिये नम्बर भी जारी किए गए हैं।
उधर, देर शाम पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम मलिक और उसके बेटे मोईद के बनभूलपुरा आजादनगर स्थित घर पहुंची और कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी। टीम ने पूरे घर की तलाशी लेने के बाद, वहां मौजूद सारा सामान कब्जे में ले लिया है। देर रात तक कुर्की की कार्रवाई जारी थी। अगले चरण में सात अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कुर्की की कार्रवाई की जायेगी।
कुर्की की कार्रवाई के दौरान एसपी सिटी हल्द्वानी हरबंस सिंह, सीओ लालकुआं संगीता, तहसीलदार हल्द्वानी सचिन, इंस्पेक्टर लालकुआं डीआर वर्मा, एसओ कालाढूंगी नन्दन सिंह रावत समेत बड़ी संख्या में पुलिसबल और कर्मचारी मौजूद रहे।