Chardham Update: चारधाम यात्रा 2024, के दौरान इस बार बड़ी संख्या में देश-दुनिया से श्रद्धालु, उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। हालत यह है, कि यात्रा शुरू होने के, महज दस दिन में ही, सात लाख से अधिक तीर्थयात्री, चारों धामों में दर्शन के लिये आ चुके हैं। यात्रियों की भारी संख्या से, यात्रा मार्गों पर कई बार हालात बिगड़ भी रहे हैं। वहीं, यात्रियों के स्वास्थ्य की भी चिंता बनी हुयी है। इसे देखते हुये, सरकार ने 31 मई तक ऑफलाइन पंजीकरण बंद करने का निर्णय लिया है।
चारधाम यात्रा दस मई को श्रीकेदारनाथ धाम, श्रीगंगोत्री धाम और श्रीयमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ आरंभ हो गयी थी। 12 मई केा श्रीबदरीनाथ धाम के भी कपाट खुल गये थे। इसके बाद से 20 मई तक चारों धामों में सात लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री में ही, अब तक दो लाख 64 हजार 314 यात्री पहुंचे हैं।
श्रीबदरीनाथ धाम में 12 मई से 20 मई तक एक लाख 39 हजार 656 यात्री दर्शन के लिये आ चुके हैं। वहीं, श्रीकेदारनाथ धाम में 10 मई से 20 मई तक, यानी दस दिन में करीब 3,19,193 यात्री पहुंच चुके हैं। इस बीच, गंगोत्री-यमुनोत्री धामों में वाहनों के भारी दबाव के चलते यात्रियों को खासी परेशानियां भी उठानी पड़ी थीं।
इसे देखते हुये, सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में चारधाम यात्रा-2024 की व्यवस्थाओं को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पूरी तरह बंद करने के निर्देश दिये। साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने हेतु टूर ऑपरेटर्स के लिए भी एडवाइजरी जारी करने के लिए निर्देशित किया।
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने दिए चारधाम यात्रा के अपडेट। #CharDhamYatra pic.twitter.com/IO54zImrrR
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वहीं, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने भी, स्वास्थ्य विभाग और पर्यटन विभाग के अधिकारियों संग बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी रजिस्ट्रेशन के दौरान देने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने कहा कि यदि श्रद्धालुओं द्वारा अपनी बिल्कुल सही मेडिकल हिस्ट्री रजिस्ट्रेशन के दौरान उपलब्ध करवाई जाती है तो इससे प्रशासन को किसी भी आपातकाल के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा सहायता पहुंचाने में आसानी होगी।
बिना पंजीकरण आने वालों के लिये बनायें डायवर्जन प्लान
सीएम धामी ने कहा, कि बड़ी संख्या में यात्री बिना पंजीकरण भी पहुंच रहे हैं। उन्हें बिना पंजीकरण धामों में नहीं भेजा जायेगा, लेकिन उनकी सुविधा को देखते हुये, पुलिस-पर्यटन विभाग आपसी सामंजस्य से चार धाम के अतिरिक्त भी राज्य के अन्य धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटक स्थलों हेतु डायवर्जन प्लान तैयार करें।
ई-स्वास्थ्य धाम एप पर अपलोड करना होगा डाटा
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिये, उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग, विश फाउण्डेशन तथा हंस फाउण्डेशन ने ई-स्वास्थ्य धाम एप की शुरूआत की है। इस एप पर सभी श्रद्धालुओं को अपना स्वास्थ्य डाटा अपलोड करना है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग की जायेगी। स्क्रीनिग पॉइन्ट्स पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के साथ ही हंस एवं विश फाउण्डेशन के चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे।
पूर्ण विधि विधान से खुले द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर के कपाट।#CharDhamYatra2023 pic.twitter.com/7ThFvU5cCN
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द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर धाम के कपाट खुले
उत्तराखंड के पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार भगवान श्री मध्यमहेश्वर के कपाट सोमवार को सुबह 11ः15 बजे, श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विधि-विधान से खोल दिए गए हैं। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के प्रवक्ता डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि भगवान की देवडोली के पहुंचने के बाद, मुख्य पुजारी टी. गंगाधर लिंग ने पूजा-अर्चना के बाद कपाट खोले।
कपाट खुलने के बाद धाम में अवस्थित भगवान श्रीमध्यमहेश्वर के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से अलग कर निर्वाण रूप तथा उसके उपरांत शृंगार रूप दिया गया। तत्पश्चात् श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए। इस दौरान करीब साढ़े तीन सौ से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे।
श्रीगंगोत्री धाम से गोमुख पहुंचे 1961 यात्री
श्रीगंगोत्री धाम से अब तक एक हजार 961 यात्री गोमुख जा चुके हैं। इनमें से 147 यात्री सोमवार को गंगोत्री से रवाना हुये। इनमें 67 भारतीय पुरूष यात्री हैं, जबकि 13 भारतीय महिलाएं शामिल हैं। गंगोत्री से गोमुख जाने वाले विदेशी यात्रियों की संख्या 04 है, जिनमें एक महिला शामिल है।